कर्मचारियों के महंगाई भत्ते पर लगी रोक, पूर्व PM मनमोहन सिंह ने कहा -नहीं है इसकी आवश्यकता
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा इस समय कर्मचारियों और सशस्त्र बलों पर इसे लागू करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है।
नई दिल्ली, एएनआइ। सरकार द्वारा हाल ही में केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्तों सहित सभी पेंशनभोगियों की महंगाई राहत पर जुलाई 2021 तक रोक लगाई गई है। इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस समय कर्मचारियों और सशस्त्र बलों पर इसे लागू करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है। न्यूज एजेंसी एएनआइ को दिए बयान में उन्होंने कहा कि उन्हें भरोसा है कि इस समय सरकारी कर्मचारियों और सशस्त्र बलों पर इस समय ऐसी कठोरता थोपना ठीक नहीं है।
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के महंगाई भत्ते के फैसले पर आलोचना कर चुके हैं। उन्होंने सरकार के इस फैसले को अमानवीय बताया था। उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार को कर्मचारियों के भत्ते काटने के बजाय उन्हें बुलेट ट्रेन परियोजनाओं और फिजूल खर्चों पर पाबंदी लगानी चाहिए।
बता दें कि गुरुवार को सरकार मंत्रालयों और विभागों में होने वाले कई तरह के सरकारी खर्च पर बंदिश लगाई है। इसका प्रभाव कम से कम 1.13. करोड़ पेंशनधारियों पर पड़ेगा। 1 जनवरी 2020 के वास्ते केंद्रीय सरकार कर्मचारियों और पेशनभोगियों के को मंहगाई भत्ते(DA) और महंगाई राहत का भूगतान नहीं किया जाना चाहिए।
महंगाई भत्ता और महंगाई राहत केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनर्स को हर साल क्रमश: एक जनवरी और एक जुलाई से दिया जाता है और इसका भुगतान क्रमश: मार्च और सितंबर महीने में किया जाता है। गौरतलब है कि 10अक्टूबर 2019 को भी केंद्र सरकार ने महंगाई भत्ते में बढ़ोत्तरी की थी। उस समय सरकार ने डीए में 5 फीसद की बढ़ोत्तरी की थी।
बता दें कि इस वक्त देश बेहद ही नाजुक स्थिति से गुजर रहा है। इस वक्त देश में 700 से ज्यादा लोगों की मौत कोरोना से हो गई है। जबकि संक्रमितों का आंकड़ा 23 हजार के पास पहुंच गया है। ऐसे में देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 मई तक लॉकडाउन लगा दिया है, जिसके चलते सभी लोग अपने घरों में कैद हैं। अभी तक इस वायरस का कोई भी कारगार इलाज नहीं मिल पाया है। सभी को एहतियात बरतने की सलाह दी जा रही है।