तालिबान को हिंसा छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करे भारत : पूर्व एनएसए शिवशंकर मेनन
पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन ने कहा है कि भारत को अफगानिस्तान में अपनी भूमिका के बारे में स्पष्ट दृष्टिकोण रखना चाहिए।
जयपुर, प्रेट्र। पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन ने कहा है कि भारत को अफगानिस्तान में अपनी भूमिका के बारे में स्पष्ट दृष्टिकोण रखना चाहिए। साथ ही तालिबान को हिंसा छोड़ने और मुख्यधारा में शामिल होने के लिए जितना संभव हो प्रोत्साहित करना चाहिए।
'जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल' में शिवशंकर ने कहा, 'अफगानिस्तान से आतंकवाद पनपने के खतरे को भारत में बढ़ा-चढ़ाकर बताया जाता है। पिछले 40 साल में मैंने कभी अफगानिस्तान से एक भी आतंकी के बारे में नहीं सुना। यह वास्तव में पाकिस्तानी आतंकवाद है और इस बारे में हमें कोई गलती नहीं करनी चाहिए।' इस मौके पर अमेरिका में पाकिस्तानी राजदूत रहे हुसैन हक्कानी और नेपाली लेखिका मंजूश्री थापा भी मौजूद थीं।
हक्कानी ने कहा, 'मैं ऐसे पाकिस्तान की पुनर्कल्पना करता हूं जिसमें सिंधियों, बलूचों, पश्तूनों, पंजाबियों और गिलगित-बलूचिस्तान के लोगों को एक संघीय सरकार के स्वायत्त आधार वाले अधिकार हासिल हों। मुझे लगता है कि फिर पाकिस्तान सफल हो सकता है।
जहां तक बलूचिस्तान, सिंध और पख्तूनवा के लोगों का सवाल है तो उन्हें अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए दुनियाभर की सभी लोकतांत्रिक ताकतों को समर्थन मिलना चाहिए।' हक्कानी ने कहा कि उनकी भूमिका वही कहने की थी जो ज्यादातर पाकिस्तानी कहने से डरते हैं।