विदेशी छात्रों ने भारत में अध्ययन के लिए दिखाई रुचि, पहले साल 20 हजार छात्रों ने किया संपर्क
विदेशी छात्रों को अध्ययन के लिए लुभाने की सरकार की पहल रंग लाई। पहले साल 20 हजार से ज्यादा विदेशी छात्रों ने भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई के लिए संपर्क किया।
नई दिल्ली (ब्यूरो)। विदेशी छात्रों को अध्ययन के लिए लुभाने की सरकार की पहल रंग लाने लगी है। पहले ही साल 20 हजार से ज्यादा विदेशी छात्रों ने भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई के लिए संपर्क किया है। इनमें से करीब तीन हजार छात्रों ने तुरंत रजिस्ट्रेशन भी करा लिया है। विदेशी छात्रों की रचि को देखते हुए रजिस्ट्रेशन की अवधि को 20 जुलाई तक के लिए बढ़ा दिया है।
'स्टडी इन इंडिया' प्रोग्राम के तहत अच्छी रैकिंग वाले देश के 160 से ज्यादा उच्च शिक्षण संस्थानों ने इन्हें अपने यहां प्रवेश के लिए बेहतर प्रस्ताव दिया है। योजना के तहत संस्थानों की करीब दस हजार सीटों पर प्रवेश लेने वाले विदेशी छात्रों की फीस को भी कम करने का प्रस्ताव दिया गया है। इसे लेकर एशियाई, आसियान, मिडिल ईस्ट और अफ्रीका के 30 से ज्यादा देशों को फोकस किया गया।
सरकार का मानना है कि वह विदेशी छात्रों को लुभाकर उच्च शिक्षा के क्षेत्र को कमाई का एक बड़ा जरिया बना सकती है। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में उच्च शिक्षा के जरिए बड़े पैमाने पर राशि जुटाई जाती है। 'स्टडी इन इंडिया' प्रोग्राम को देख रहे अधिकारियों के मुताबिक पहले राउंड में 96 संस्थानों को सबसे ज्यादा रिस्पांस मिला है। इनमें ज्यादातर आइआइटी और आइआइएम शामिल हैं।
इस बीच छात्रों के ठहरने और पासपोर्ट जैसी सुविधाओं को लेकर और भी रियायत देने की तैयारी में जुटी है। गौरतलब है कि सरकार ने विदेशी छात्रों को लुभाने के लिए इस साल ही 'स्टडी इन इंडिया' नाम से एक नया प्रोग्राम लांच किया है। इसका मकसद उच्च शिक्षा को कमाई का जरिया बनाना है।