विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा- चीन के साथ सीमा विवाद के हल के लिए धैर्य की जरूरत
पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा विवाद पर विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने कहा कि यह मुद्दा अभी जारी है। हमें धैर्य रखने के साथ अपनी सेनाओं और उनकी क्षमताओं पर भरोसा करना होगा। चीन के साथ चल रही बातचीत पर भरोसा करना होगा।
नई दिल्ली, प्रेट्र। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा विवाद पर विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने कहा कि यह मुद्दा अभी जारी है। हमें धैर्य रखने के साथ अपनी सेनाओं और उनकी क्षमताओं पर भरोसा करना होगा। चीन के साथ चल रही बातचीत में हमें अपने कूटनीतिक और सैन्य तंत्र पर भी भरोसा करना होगा।
जयशंकर ने कहा- सीमा विवाद पर दोनों पक्षों में बातचीत चल रही है
चीन से सीमा विवाद के बीच एक न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में विदेश मंत्री ने कहा कि यह मामला अभी जारी है। यह कोई भी रूप ले सकता है। हो सकता है चीन कुछ कर बैठे। हो सकता है हम भी उसका कोई जवाब दें। वास्तव में अभी दोनों पक्षों में बातचीत चल रही है। मैं मीडिया के दबाव को समझता हूं। कल क्या हुआ है,यह सब वह जानना चाहता है, लेकिन वास्तविक जीवन इससे थोड़ा अलग है।
चीन के साथ सीमा विवाद राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है
यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है। यहां जमीनी हालात बहुत जटिल हैं। हमें इस मामले में अपनी सेनाओं और उनकी काबिलियत पर भरोसा करना होगा। वे निश्चित ही हमारे हितों की रक्षा में समर्थ हैं। कुल मिलाकर हमें चीन के साथ बातचीत कर रहे सैन्य और कूटनीतिक चैनल पर पूरा विश्वास करना होगा। हमें जल्दबाजी नहीं दिखानी होगी। हमें धैर्य रखना होगा। साक्षात्कार के दौरान विदेश मंत्री ने हाल ही में जारी अपनी पुस्तक 'द इंडिया वे' के बारे में भी विस्तार से बातचीत की।
पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीनी सैनिकों के जमावड़े से हालात तनावपूर्ण हैं
उल्लेखनीय है पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर मई के पहले सप्ताह से चीनी सैनिकों के जमावड़े से हालात तनावपूर्ण हैं। 15 जून को गलवन में हुई खूनी झड़प में 20 भारतीय सैनिकों की शहादत से तनाव कई गुना बढ़ गया है। दोनों देशों के बीच सैन्य और कूटनीतिक स्तर की कोई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन अभी तक मामले का समाधान नहीं हो पाया है।