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बाढ़ से काजीरंगा नेशनल पार्क में अब तक 369 की मौत

बाढ़ के कहर से असम के काजीरंगा नेशनल पार्क में अब तक करीब 369 जानवर मर चुके हैं।

By Mohit TanwarEdited By: Published: Tue, 22 Aug 2017 09:45 AM (IST)Updated: Tue, 22 Aug 2017 10:01 AM (IST)
बाढ़ से काजीरंगा नेशनल पार्क में  अब तक 369 की मौत
बाढ़ से काजीरंगा नेशनल पार्क में अब तक 369 की मौत

गुवाहाटी,जेएनएन। असम में बाढ़ का कहर लगातार जारी है, जिससे न केवल आम- जनजीवन ही प्रभावित हो रहा है बल्कि ये जानवरों के लिए भी जानलेवा साबित हो रही है। बाढ़ के दौरान आई दो लगातार लहरों में दुनिया में सबसे ज्यादा एक सींग वाले गैंडों का घर काजीरंगा नेशनल पार्क में 369 जानवर अपनी जान गवा चुके हैं। जिसमें दो दर्जन गैंडे, एक बाघ, कई हाथी, भैंस और 250 से अधिक हिरण शामिल हैं। 

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इसी महीने इससे पहले काजीरंगा के निदेशक सत्येंद्र सिंह ने बताया था कि सीजन में आई पहली बाढ़ में नेशनल पार्क का 70 फीसदी हिस्सा डूब गया था और 105 जंगली जानवरों की मौत हुई थी।

सिंह ने कहा था कि बाढ़ का पानी घटने लगा है, लेकिन बहुत धीमी गति से। काजीरंगा से बाढ़ के पूरी तरह खत्म होने में अभी कुछ और दिन लगेंगे। मृत जानवारों में 178 हिरन, 15 गैंडे, चार हाथी और एक चीता शामिल हैं।

गौरतलब है कि मामले में काजीरंगा डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर रोहिणी बल्लाब सैकिया ने पहले कहा था कि बाढ़ की हालात में कुछ सुधार हुआ है। उस वक्त पार्क क्षेत्र में 50% जल स्तर नीचे पहुंच चुका था, जिस वजह से मरे जानवरों के शव सामने आ रहे।  

बाढ़ के चलते पूरा पूर्वोत्तर भारत देश के बाकि हिस्से से कटा हुआ है और मालदा और अलीपुरद्वार से आगे रेलगाड़ियों का संचालन भी पूरी तरह ठप है। 2012 में आई बाढ़ में काजीरंगा नेशनल पार्क में 793 वन्यपशुओं की मौत हो गई थी। जबकि पिछले साल 503 जंगली जानवर बाढ़ की भेंट चढ़ गए थे।

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