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बाढ़ का कहरः मध्य प्रदेश में 15 लोगों की मौत, शिवराज ने की समीक्षा बैठक

देश के कई हिस्सों में बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है। खासकर, एमपी और असम में बाढ़ से स्थिति खराब हो गई है।

By Manish NegiEdited By: Published: Sun, 10 Jul 2016 08:57 AM (IST)Updated: Sun, 10 Jul 2016 11:06 AM (IST)
बाढ़ का कहरः मध्य प्रदेश में 15 लोगों की मौत, शिवराज ने की समीक्षा बैठक

नई दिल्ली, (जेएनएन)। मध्य प्रदेश और असम में बाढ़ का जबरदस्त कहर देखने को मिल रहा है। मध्य प्रदेश में बाढ़ से अब तक 15 लोगों की मौत हो गई है। वहीं असम में बाढ़ से लाखों लोग प्रभावित हैं।

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शिवराज ने बुलाई बैठक

राज्य में बाढ़ से प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समीक्षा बैठक की। वहीं गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शिवराज को फोन कर हालात का जायजा लिया। राजनाथ ने सीएम को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।

एमपी में 15 की मौत

मध्य प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ से स्थिति काफी खराब हो गई है। बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। प्रभावित क्षेत्रों में सेना के जवान बचाव व राहत कार्य में जुटे हैं।

बाढ़ से निपटने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई। सीएम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत राहत पहुंचाने का निर्देश दिया। बाढ़ से अब तक 15 लोगों की मौत हो गई है। जबकि तीन लोग लापता हुए हैं।

उफान पर कई नदियां

राज्य के कई रिहायशी इलाकों में पानी भर गया है। राहत का काम जारी है। नर्मदा, पार्वती, चंबल, केन, तवा, तमस और सुनार नदियां उफान पर हैं। इससे कई मार्गों पर आवागमन प्रभावित हो गया है। सतना में बाढ से चार हजार लोग बचाए गए हैं।

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असम में 1 लाख लोग प्रभावित

असम के सात जिले बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ के कारण यहां एक लाख लोग प्रभावित बताए जा रहे हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि लखीमपुर, नगांव, गोलाघाट, मोरीगांव, विश्वनाथ, बारपेटा और जोरहट जिलों के 213 गांवों के कुल एक लाख 12 हजार 307 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।

आने वाले दिनों में स्थिति और खराब हो सकती है क्योंकि राज्य के मौसम विभाग ने असम और अन्य उत्तर पूर्वी राज्यों में अधिक बारिश की चेतावनी दी है।

अधिकारी के मुताबिक जोरहट, गोलाघाट और लखीमपुर जिले में स्थिति अधिक खराब है, जहां कि जिला प्रशासन ने छह राहत शिविर खोले हैं। राज्य सरकार के मुताबिक बाढ़ से करीब सात हजार हेक्टेअर में लगी फसलों को नुकसान पहुंचा है।

बताया गया है कि ब्रह्मापुत्र नदी जोरहट और धुबरी जिले में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं माजुली नदी द्वीप पर भी कटाव की खबर है। जबकि जोरहट में जिला प्रशासन ने बचाव कार्य में मदद के लिए सेना को बुला लिया है।

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