हेलीकाप्टर हादसे में छह और शवों की पहचान, जानें किन सैन्यकर्मियों के शवों की अब तक नहीं हो पाई है शिनाख्त
तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकाप्टर हादसे का शिकार हुए पांच और सैन्य कर्मियों के शवों की पहचान कर ली गई। पहचान के बाद शवों को सम्मानपूर्वक उनके गृह नगरों में भेज दिया गया। सैन्य अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
नई दिल्ली, पीटीआइ। तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकाप्टर हादसे का शिकार हुए छह और सैन्य कर्मियों के शवों की पहचान कर ली गई। पहचान के बाद शवों को अंतिम संस्कार के लिए सम्मानपूर्वक उनके गृह नगरों में भेज दिया गया। सैन्य अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहचाने गए शव स्वजन को सौंप दिए गए। इस बीच इस घटना में एकमात्र बचे गु्रप कैप्टन वरुण सिंह की हालत गंभीर मगर स्थिर बताई गई है। उनका बेंगलुरु के एयरफोर्स कमांड अस्पताल में इलाज चल रहा है।
इन सैन्य कर्मियों के शव की हुई पहचान
अधिकारियों ने बताया कि जिन सैन्य कर्मियों के शव की शनिवार को पहचान की गई वे हैं-विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वाड्रन लीडर के.सिंह, जूनियर वारंट आफिसर (जेडब्ल्यूओ) प्रदीप अरक्कल, जेडब्ल्यूओ राणा प्रताप दास, लांस नायक बी. साई तेजा और लांस नायक विवेक कुमार। मालूम हो कि तमिलनाडु में बुधवार को सेना के एमआइ-17वी5 हेलीकाप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से भारत के पहले चीफ डिफेंस आफ स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका, ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर और 10 अन्य रक्षा कर्मियों की मृत्यु हो गई थी। सभी शव दुर्घटना के एक दिन बाद गुरुवार शाम को तमिलनाडु के सुलूर से दिल्ली लाए गए थे।
इनके शवों की नहीं हो पाई पहचान
जिन शवों की पहचान नहीं हुई, उन्हें दिल्ली छावनी के आर्मी बेस अस्पताल के शवगृह में रखा गया है। अभी लेफ्टीनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह और नायक जितेंदर सिंह के शव की पहचान होनी है।
आंध्र के सीएम आर्थिक मदद का एलान किया
शवों की पहचान के बाद विंग कमांडर पीएस चौहान का शव उनके गृह नगर आगरा (उप्र) और लांस नायक बी. साई तेजा का शव बेंगलुरु के येलाहांका एयर बेस पहुंचा दिया गया। लांस नायक तेजा का शव यहां से आंध्र प्रदेश ले जाया जाएगा। आंध्र के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने उनके निधन पर 50 लाख की राशि देने की घोषणा की है। केरल के बलिदानी जूनियर वारंट आफीसर प्रदीप अरक्कल के शव को विदेश राज्य मंत्री वी.मुरलीधरन अपने साथ विमान से ले गए। शव का अंतिम संस्कार त्रिशुर के पोन्नुक्करा में किया गया।
स्थानीय लोगों को वायुसेना ने धन्यवाद दिया
भारतीय वायुसेना ने हेलीकाप्टर हादसे के बाद सहायता करने के लिए शनिवार को स्थानीय ग्रामीणों, नीलगिरी जिला प्रशासन और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री कार्यालय को धन्यवाद ज्ञापित किया। उल्लेखनीय है नजदीकी काट्टेरी गांव के लोग सबसे पहले दुर्घटना स्थल पर पहुंचे और घटना की जानकारी पुलिस और अग्निशमन विभाग को दी। भारतीय वायुसेना (आइएएफ) ने ट्वीट किया, 'आइएएफ, तमिलनाडु मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों, नीलगिरी जिला प्रशासन, पुलिस अधिकारियों और काट्टेरी गांव के स्थानीय लोगों को धन्यवाद देती है जिन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण हेलीकाप्टर हादसे के बाद बचाव अभियान में त्वरित एवं निरंतर सहायता प्रदान की।