वापस लाए गए पाकिस्तान में फंसे 5 भारतीय नागरिक, विदेश मंत्रालय ने NHRC को दी सूचना
वकील विष्णु कुमार गुप्ता ने NHRC में शिकायत दर्ज कर सतबीर सिंह और चार अन्य भारतीयों को अपने देश वापस लाने की मांग की थी।
नई दिल्ली, एएनआइ। भारतीय विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs- MEA) ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) को सूचना दी है कि कोरोना के करण लागू लॉकडाउन के चलते पाकिस्तान में फंसे 5 भारतीय अपने देश वापस लौट चुके हैं। विभाग की तरफ से यह सूचना एनएचआरसी में दायर एक शिकायत के जवाब में दी गई है। वकील विष्णु कुमार गुप्ता ने सतबीर सिंह और चार अन्य भारतीयों को अपने देश वापस लाने की मांग की थी।
विदेश मंत्रालय ने सोमवार को दायर अपने जवाब में कहा, "पाकिस्तान में फंसे भारतीय नागरिकों के प्रत्यावर्तन के लिए अपनी सहमति व्यक्त करने के बाद, शिकायतकर्ता द्वारा संदर्भित पांच भारतीयों को 27 जून, 2020 को अटारी-वाघा बॉर्डर क्रॉसिंग के माध्यम से भारत लाया गया है।"
मंत्रालय ने कहा कि इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग नियमित रूप से पड़ोसी देशों के साथ-साथ पाकिस्तान में संबंधित अधिकारियों के साथ भी संपर्क में था। विष्णु कुमार गुप्ता ने एनएचआरसी में एक शिकायत दर्ज की थी, जिसमें उन्होंने आयोग के तत्काल हस्तक्षेप का अनुरोध किया था और विदेश मंत्रालय से पाकिस्तान में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश देने का अनुरोध किया था।
82 पाक नागरिक भी लौटे अपने देश
लॉकडाउन के चलते पाकिस्तान में फंसे 114 भारतीय नागरिक कुछ दिन पहले वाघा-अटारी सीमा के रास्ते अपने देश लौटे थे। दूसरी तरफ भारत के अलग-अलग शहरों में फंसे 82 पाकिस्तानी नागरिक भी स्पेशल मंजूरी के बाद अटारी सीमा के रास्ते जीरो लाइन पार कर वाघा लौटे।
कोरोना प्रकोप के दौरान भारत और पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय सीमा अटारी-वाघा जीरो पर अपने गेटों को यात्रियों के लिए बंद कर दिया था। पिछले महीने 748 नागरिकों को वाघा के रास्ते भारत आने की पाकिस्तान सरकार ने स्पेशल अनुमित दी थी। 25 जून 2020 को 204, 26 जून को 217 और 27 जून को 208 भारतीय नागरिक वाघा के रास्ते भारत आए थे, लेकिन कुछ कारणों से 119 लोग नहीं लौट सके थे।