मप्र में पुलिस पर हमला करने वाले पांच गिरफ्तार, मुख्य आरोपित पर लगाया गया रासुका
लॉकडाउन के दौरान मध्य प्रदेश के भोपाल में सोमवार को दो पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला करने वाले पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
भोपाल, राज्य ब्यूरो। लॉकडाउन के दौरान मध्य प्रदेश के भोपाल में सोमवार को दो पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला करने वाले पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मुख्य आरोपित पर पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की है।
पुलिसकर्मियों पर चाकू मार कर किया था घायल
तलैया थाना प्रभारी डीपी सिंह के अनुसार, शाहिद उर्फ कबूतर कुरैशी, उसका भाई नफीस कुरैशी, शाहब खां, मोहम्मद जावेद और मोहसिन उर्फ कचौड़ी को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया गया है। शाहिद पर रासुका के तहत कार्रवाई की गई है। गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान आरोपित घूम रहे थे, पुलिस ने रोका तो उन्होंने चाकू मारकर घायल कर दिया था। आरोपितों को तलैया इलाके में उनके घर के पास से ही गिरफ्तार किया गया है।
सोमवार देर रात तलैया इलाके स्थित इस्लामनगर में भीड़ हटाने पहुंची पुलिस पर बाहर घूम रहे कुछ हिस्ट्रीशीटर बदमाशों ने धारदार हथियार से हमला कर दिया। रात करीब साढ़े दस बजे एक बदमाश ने दर्जनभर साथियों के साथ मिलकर छह पुलिस कर्मियों पर हमला किया। तीन बदमाशों ने दो पुलिस कर्मियों पर चाकू चला दिया। एक पुलिसकर्मी के हाथ में तो दूसरे के कंधे में चोट लगी है।
शातिर बदमाशों ने पुलिस कर्मियों पर किया जानलेवा हमला
तलैया थाना टीआई डीपी सिंह के अनुसार शाहिदिया स्कूल के पीछे रात में 15 से 20 लोग समूह में घूम रहे थे। इस दौरान आरक्षक लक्ष्मण यादव और सतीश सिंह ने उनको घर जाने के लिए बोला। जिस पर यह लोग पुलिस से विवाद करने लगे। तभी शाहिद उर्फ कबूतर कुरैशी, उसका भाई नफीस कुरैशी, शाहब खां, मोहम्मद जावेद और मोहसिन उर्फ कचौड़ी ने मिलकर दोनों पुलिस कर्मियों पर हमला कर दिया। जब तक बाकी पुलिस कर्मी उनके पास मदद करने पहुंचते, आरोपित हमला कर भागने में कामयाब हो गए। जहां पुलिस कर्मियों पर हमला किया गया है, वह इलाका कंटेनमेंट एरिया घोषित है। एक जमाती यहां कोरोना संक्रमित मिला था। तीनों आरोपित बदमाश हैं। उनका पुराना अपराधिक रिकॉर्ड भी है।
इंदौर में स्वास्थ्य कर्मियों पर हुआ था हमला
इससे पहले इंदौर में कुछ दिनों पहले कोरोना संदिग्ध की जांच के लिए गई स्वास्थ्य विभाग की टीम पर लोगों ने पथराव किया था। स्वास्थ्यकर्मी जान बचाकर भागे। उपद्रवियों ने बैरिकेड्स भी तोड़ दिए। पुलिस ने इनके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा का केस दर्ज किया। जांच टीम में दो महिला डॉक्टर भी शामिल थीं। बाद में 13 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की।