Move to Jagran APP

फिच ने भारत की रेटिंग रखी बरकरार

ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर भरोसा जताते हुए उसकी रेटिंग को बरकरार रखा है। एजेंसी को यकीन है कि भारत में विदेशी निवेश बढ़ेगा तथा आर्थिक विकास की रफ्तार में तेजी आएगी। उसने बेहतरी के लिए बड़े सुधारों को महत्वपूर्ण करार दिया है।

By Gunateet OjhaEdited By: Published: Mon, 07 Dec 2015 09:24 PM (IST)Updated: Mon, 07 Dec 2015 09:31 PM (IST)
फिच ने भारत की रेटिंग रखी बरकरार

नई दिल्ली। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर भरोसा जताते हुए उसकी रेटिंग को बरकरार रखा है। एजेंसी को यकीन है कि भारत में विदेशी निवेश बढ़ेगा तथा आर्थिक विकास की रफ्तार में तेजी आएगी। उसने बेहतरी के लिए बड़े सुधारों को महत्वपूर्ण करार दिया है।

loksabha election banner

फिच ने भारत की रेटिंग ट्रिपल बी माइनस पर बनाए रखी है। साथ ही आउटलुक को स्टेबल रखा है। एजेंसी का कहना है कि मध्यम अवधि में मजबूत ग्रोथ आउटलुक और विदेश से मिलने वाले आसान फंडों की बदौलत वह कमजोर ढांचागत सुविधाओं की भरपाई कर लेगा। ट्रिपल बी माइनस रेटिंग 'जंक' यानी कबाड़ दर्जे से सिर्फ एक पायदान ऊपर है। स्टेबल आउटलुक दर्शाता है कि रेटिंग को लेकर सकारात्मक और नकारात्मक पहलू बराबर-बराबर हैं। विदेशी निवेशकों के निवेश का फैसला सॉवरेन रेटिंग और आउटलुक जैसे पैमानों पर काफी कुछ निर्भर करता है।

फिच ने चालू वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक विकास दर साढ़े सात फीसद रहने का अनुमान जताया है। इसके वित्त वर्ष 2016-17 में आठ फीसद हो जाने की उम्मीद है। ढांचागत सुधार की दिशा में सरकार धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है। इससे विकास को रफ्तार देने में मदद मिलेगी। उसने कहा है कि रिजर्व बैंक की ओर से इस साल अब तक ब्याज दरों में सवा फीसद की कटौती ऊंची जीडीपी ग्रोथ के रूप में दिखाई दे सकती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.