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बांग्लादेश सीमा से सटे असम के गांव में बना पहला CHG, कोविड ड्यूटी पर गईं उपायुक्त ने महिलाओं को किया था प्रेरित

उपायुक्त कीर्ति जल्ली 11 जून को कोविड जांच व टीकाकरण के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए काटिगोरा ब्लाक के तुकेरग्राम गांव पहुंची। इस दौरान उन्होंने महसूस किया कि इलाके की महिलाएं विकास के प्रति उत्साहित तो हैं लेकिन कोई संगठन नहीं है जो उनकी मदद कर सके।

By Nitin AroraEdited By: Published: Sat, 24 Jul 2021 11:07 PM (IST)Updated: Sat, 24 Jul 2021 11:07 PM (IST)
बांग्लादेश सीमा से सटे असम के गांव में बना पहला CHG, कोविड ड्यूटी पर गईं उपायुक्त ने महिलाओं को किया था प्रेरित
कोविड ड्यूटी पर गईं उपायुक्त ने महिलाओं को किया था प्रेरित

सिलचर, प्रेट्र। भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित असम के कछार जिले के एक गांव में कोविड-19 ड्यूटी पर पहुंची उपायुक्त से प्रेरित होकर महिलाओं ने पहले स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) का गठन किया है। यह समूह सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में कड़ी का काम करेगा।

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शनिवार को जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, उपायुक्त कीर्ति जल्ली 11 जून को कोविड जांच व टीकाकरण के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए काटिगोरा ब्लाक के तुकेरग्राम गांव पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने महसूस किया था कि इलाके की महिलाएं विकास के प्रति उत्साहित तो हैं, लेकिन कोई संगठन नहीं है जो उनकी मदद कर सके।

उन्होंने महिलाओं को एसएचजी गठित करने को कहा, ताकि उन्हें असम राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत लाया जा सके और उन्हें कनकलता महिला सबलीकरण योजना जैसी अन्य योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके। महिलाओं ने गुरुवार को पल्ली उन्नयन स्वयंसहायता समूह के नाम से पहले एसएचजी का गठन किया। उपायुक्त कीर्ति ने इस पर खुशी जताते हुए कहा कि अल्पसंख्यक बहुल इस गांव की महिलाओं को अब सरकारी योजनाओं की मदद मिल सकेगी।


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