'आप' पर कसा शिकंजा, पीडब्ल्यूडी घोटाले में केजरीवाल के साढ़ू की कंपनी पर केस दर्ज
आरोप है कि विभाग के अधिकारियों व ठेकेदारों की मिलीभगत से सड़कों और नालों के निर्माण कार्य के नाम पर करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार फर्जी बिलों के जरिए किया गया।
नई दिल्ली, ब्यूरो। आम आदमी पार्टी (आप) भ्रष्टाचार के मामले में फंसती जा रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साढ़ू की कंपनी के खिलाफ पीडब्ल्यूडी घोटाले में एसीबी ने मंगलवार को केस दर्ज कर लिया। दो दिन पहले दिवंगत हुए केजरीवाल के साढ़ू सुरेंद्र कुमार बंसल की कंपनी (रेनू कंस्ट्रक्शन) व दो अन्य कंपनियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी व भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
एसीबी प्रमुख मुकेश कुमार मीणा ने अलग-अलग कंपनी होने के कारण तीन केस दर्ज किए जाने की पुष्टि की है। 10 करोड़ के ठेके का मामला रोड एंटीकरप्शन आर्गेनाइजेशन संस्था और एक पत्रकार ने सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत जानकारी जुटाकर आइपी एस्टेट थाने में शिकायत दी थी।
सुरेंद्र कुमार बंसल पर आरोप है कि उन्होंने केजरीवाल की मदद से 10 करोड़ रुपए का पीडब्ल्यूडी का ठेका प्राप्त किया। आइपी एस्टेट थाना पुलिस ने मामले को आर्थिक अपराध शाखा में भेज दिया था। वहां भी केस दर्ज न करने पर शिकायतकर्ता ने तीस हजारी कोर्ट में अर्जी दायर कर मुकदमा दर्ज करने का आदेश देने की मांग की थी। अदालत ने सोमवार को मामले को एसीबी में भेजकर जांच करने को कहा था।
करोड़ों के गबन का है आरोप
शिकायत में कहा गया है कि केजरीवाल ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए अपने साढ़ू को ठेके दिलाए। लोक निर्माण विभाग ने 2015 में छतरपुर में शनि मंदिर से बकौली गांव तक नाले के निर्माण कार्य के लिए निविदा आवंटित की थी। यह काम सुरेंद्र कुमार बंसल की कंपनी रेनू कंस्ट्रक्शन को दिया गया। बंसल अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता की बड़ी बहन शकुन के पति थे। उनका सोमवार को निधन हो गया। लोक निर्माण विभाग ने उक्त कार्य की अनुमानित लागत 4,90,36,843 निर्धारित की थी। उक्त कंपनी ने बिलों में फर्जीवाड़ा कर करोड़ों रपए का गबन किया।
फर्जी बिलों से करोड़ों का भ्रष्टाचार किया
विभाग के अधिकारियों व ठेकेदारों की मिलीभगत से सड़कों और नालों के निर्माण कार्य के नाम पर करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार फर्जी बिलों के जरिए किया गया। करोड़ों के कार्यो में नियमों की अनदेखी की गई। गड़बड़ी की शिकायत पर कोर्ट ने पीडब्ल्यूडी की फाइलों को सीज करा दिया है। सीबीआई ने भी कुछ फाइलों को कब्जे में लिया है।
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