बमबाजी व फायरिंग से दहला बीरभूम, पांच घायल
दूसरे चरण के मतदान के बाद सियासी संघर्ष में बीरभूम सुलग उठा। तृणमूल और माकपा समर्थकों के बीच जमकर हुई फायरिंग और बमबाजी में पांच माकपा समर्थक गंभीर रूप से घायल हो गए।
जागरण न्यूज नेटवर्क, कोलकाता। दूसरे चरण के मतदान के बाद सियासी संघर्ष में बीरभूम सुलग उठा। तृणमूल और माकपा समर्थकों के बीच जमकर हुई फायरिंग और बमबाजी में पांच माकपा समर्थक गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं घरों में तोड़फोड़ कर आग लगा दी गई। उधर रामपुरहाट में तृणमूल को वोट देने की सजा के तौर पर छह परिवारों को गांव छोड़ना पड़ा।
बता दें कि बीरभूम के 11 विधानसभा क्षेत्रों में रविवार को मतदान के बाद सियासी दलों के समर्थकों के बीच संघर्ष की आशंका जताई जा रही थी। बीरभूम जिला तृणमूल अध्यक्ष अनुव्रत मंडल द्वारा बार-बार मतदान के बाद ढाक (ढोल) बजाए जाने की बात कही गई थी। संघर्ष को इस बयान से भी जोड़कर देखा जा रहा है। रात होते ही पारुई के गोरापाड़ा, हजरतपुर आदि गांवों में तृणमूल और माकपा समर्थकों के बीच बमबाजी और फायरिंग शुरू हो गई।
सोमवार सुबह में संघर्ष ने विकराल रूप धारण कर लिया। गोली लगने से पांच लोग घायल हो गए। आरोप है कि सूचना के बावजूद सुबह 10 बजे तक पुलिस गांव में नहीं पहुंची। करीब 11 बजे के बाद पहुंची केंद्रीय वाहिनी ने स्थिति को नियंत्रित कर घायलों को बोलपुर अस्पताल में भिजवाया। उधर कानून व्यवस्था नहीं बनाए रखने पर एसपी बोलपुर सव्यसाची रमन मिश्रा ने पारुई थाने के प्रभारी देवव्रत सिन्हा को निलंबित करने की सिफारिश चुनाव आयोग से की है। दूसरी ओर इस मामले में पुलिस ने दो तृणमूल समर्थकों को गिरफ्तार किया है।