गैस कुएं के आसपास की आग बुझी, 1.5 किमी का दायरा रेड जोन घोषित, अमेरिका से आएंगे विशेषज्ञ
असम में तिनसुकिया जिले के बागजान में ऑयल इंडिया लिमिटेड के गैस कुएं के आसपास लगी आग को बुझा लिया गया है। आग बुझाने में विदेशी विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी...
डिब्रूगढ़, पीटीआइ। असम में तिनसुकिया जिले के बागजान में ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआइएल) के गैस कुएं के आसपास की आग को बुझा लिया गया है। इस समय सिर्फ कुएं के मुहाने पर बाहर निकल रही गैस जल रही है। किसी अप्रिय घटना से बचने और लोगों को किसी तरह के नुकसान से बचाने के लिए कंपनी ने 1.5 किमी के दायरे को रेड जोन घोषित कर दिया है। ओआइएल के वरिष्ठ प्रबंधक जयंत बोरमुदोई ने बताया कि 1.5 के दायरे को रेड जोन इसलिए घोषित किया गया ताकि कोई भी बाहरी व्यक्ति घटनास्थल के नजदीक न आ सके। यह सुरक्षा उपायों के तहत किया जा रहा है।
विदेशी विशेषज्ञों की ली जाएगी मदद
जयंत बोरमुदोई ने बताया कि आग पर नियंत्रण पाने के लिए अमेरिका और कनाडा से तीन और विदेशी विशेषज्ञ दो दिनों में असम पहुंचेंगे। इनमें से दो अमेरिका और एक कनाडा से हैं। उनके वीजा और अन्य जरूरी प्रक्रियाएं पूरी की जा चुकी हैं। वर्तमान में सिंगापुर की कंपनी 'अलर्ट डिजास्टर कंट्रोल' के तीन विशेषज्ञ गैस लीक रोकने के लिए सोमवार से घटनास्थल पर मौजूद हैं। बोरमुदोई ने बताया कि गैस अनियंत्रित तरीके से 4,500 पीएसआइ के प्रेशर से निकल रही है जो लीकेज पर नियंत्रण पाने के लिए बहुत-बहुत ज्यादा है।
महसूस किए जा रहे भूकंप जैसे झटके
अत्यधिक गर्मी की वजह से कोई भी 50 मीटर से अधिक दूर तक कुएं के पास नहीं जा सकता। फायर टेंडर पानी का छिड़काव कर रहे हैं और पूरे दायरे में पानी की छतरी बना रहे हैं। क्षेत्र को ठंडा करके विशेषज्ञ धीरे-धीरे आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। बार-बार भूकंप जैसे झटके महसूस किए जाने पर उन्होंने कहा कि जब भीषण आग से क्षेत्र में बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन जल जाती है तो हवा का एक शून्य (एयर वैक्यूम) बन जाता है। इस कारण हवा के अचानक मूवमेंट से हल्के झटके महसूस होते हैं।
मुख्यमंत्री ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने गुरुवार को गैस कुएं में लगी आग की घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए। मुख्यमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह जांच अतिरिक्त मुख्य सचिव मनिंदर सिंह करेंगे और उन्हें 15 दिनों में रिपोर्ट दाखिल करने के लिए कहा गया है। कंपनी के कुछ अधिकारियों और कुएं के निजी संचालक पर लापरवाही बरतने के आरोप भी जांच के दायरे में होंगे।