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CUET के रजिस्ट्रेशन में ढाई लाख छात्रों की नहीं जमा हो पाई फीस, शिक्षा मंत्रालय और NTA में शुरू हुआ मंथन

CUET Registration शिक्षा मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक फीस जमा न करने वाले छात्रों की बड़ी संख्या सामने आने के बाद इससे जुड़ी जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही तकनीकी पहलुओं को भी जांचा जा रहा है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Published: Tue, 24 May 2022 10:09 PM (IST)Updated: Tue, 24 May 2022 10:24 PM (IST)
CUET के रजिस्ट्रेशन में ढाई लाख छात्रों की नहीं जमा हो पाई फीस, शिक्षा मंत्रालय और NTA में शुरू हुआ मंथन
सीयूईटी में कुल 11.51 लाख छात्रों ने कराया है रजिस्ट्रेशन

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। विश्वविद्यालयों में दाखिले से जुड़ी कामन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) पहले साल ही रिकार्ड बनाते हुए देश की दूसरी सबसे बड़ी परीक्षा बन गई है। इसमें शामिल होने के लिए मेडिकल में दाखिले से जुड़ी नेशनल एलिजबिलिटी कम एंट्रेस टेस्ट (NEET) के बाद सबसे ज्यादा करीब साढ़े ग्यारह लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। हालांकि, इनमें करीब ढ़ाई लाख छात्र ऐसे भी रहे हैं, जिन्होंने सीयूईटी में शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन तो कराया, लेकिन अंतिम समय तक फीस नहीं जमा कर सके। ऐसे सभी छात्रों को फीस जमा करने के लिए एक मौका दिया जा सकता है।

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शिक्षा मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, फीस जमा न करने वाले छात्रों की बड़ी संख्या सामने आने के बाद इससे जुड़ी जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही तकनीकी पहलुओं को भी जांचा जा रहा है। इसके बाद ही कोई अंतिम फैसला लिया जाएगा। वहीं, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) का मानना है कि छात्रों को पहले ही रजिस्ट्रेशन व फीस जमा करने के लिए काफी समय दिया जा चुका है। ऐसे में और समय देने से प्रक्रिया में देरी हो सकती है। फिलहाल, छात्रों के हितों को देखते हुए सिर्फ फीस जमा करने के लिए एक मौका देने को लेकर विचार किया जा रहा है। इससे आगे की प्रक्रिया भी प्रभावित नहीं होगी।

जिनकी फीस नहीं हो पाई जमा वह परीक्षा में नहीं बैठ सकते

सीयूईटी के आयोजन का जिम्मा संभाल रही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के मुताबिक, सीयूईटी में वैसे तो कुल 11.51 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराए हैं, लेकिन इनमें करीब नौ लाख छात्रों की ही फीस जमा हो पाई है। इसके साथ ही इन करीब नौ लाख आवेदनों को वैध माना गया है। इन्हें ही आगे परीक्षा में बैठने का मौका मिलेगा। वहीं, जिन छात्रों की रजिस्ट्रेशन के बाद फीस नहीं जमा हो पाई है, वह परीक्षा में नहीं बैठ सकते। ऐसे में छात्रों को सीयूईटी में शामिल विश्वविद्यालयों में दाखिले से वंचित होना होगा।

इस बीच सीयूइटी में अलग-अलग कारणों से फीस जमा न कर पाने वाले छात्रों ने इंटरनेट मीडिया के जरिए फीस जमा करने के लिए एक मौका देने की मांग की है। गौरतलब है कि सीयूईटी का आयोजन पहली बार किया गया है। इससे पहले सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट के नाम से एक परीक्षा आयोजित होती थी। जिसमें करीब दर्जनभर केंद्रीय विश्वविद्यालय ही शामिल होते थे।


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