पिता को आज भी है सुनामी में लापता बेटे का इंतजार
वायुसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी एम. वेंकटरमण को आज भी अपने एकलौते बेटे वी. अरविंद के लौट आने का भरोसा है। ग्यारह वर्ष पहले 2004 में आई सुनामी के बाद अरविंद लापता हो गया। ज्योतिषियों ने अगले वर्ष जनवरी महीने से एक वर्ष के भीतर बेटे के लौट आने की संभावना
चेन्नई: वायुसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी एम. वेंकटरमण को आज भी अपने एकलौते बेटे वी. अरविंद के लौट आने का भरोसा है। ग्यारह वर्ष पहले 2004 में आई सुनामी के बाद अरविंद लापता हो गया। ज्योतिषियों ने अगले वर्ष जनवरी महीने से एक वर्ष के भीतर बेटे के लौट आने की संभावना जताई है।
26 दिसंबर 2004 को सुनामी के कारण समुद्र में दैत्याकार लहरें उठी थी। ये लहरें कार निकोबार द्वीप समूह से टकराई और उसके बाद से अरविंद लापता है। मंदिर जाने के लिए निकले वेंकटरमण ने बताया, 'ज्योतिषियों ने भविष्यवाणी की है कि मेरा बेटा 11 जनवरी 2016 से 11 जनवरी 2017 के बीच लौटकर आ सकता है।'
2004 से ही वायुसेना के पूर्व अधिकारी इस तारीख को मंदिर जाते हैं और भगवान से बेटे की तलाश में मदद की गुहार लगाते हैं।
उन्होंने कहा, 'मैंने अपने सामर्थ्य में जो भी संभव था सब किया। मैंने प्रयास किया और आज भी बेटे का पता लगाने के प्रयास में जुटा हुआ हूं।' वेंकटरमण की एक बेटी कॉलेज में पढ़ती है। बेटे की तलाश पर वह अभी तक आठ लाख रुपये खर्च कर चुके हैं। अब बेटी की शादी के लिए पैसे बचा रहे हैं।
भावुक हो उठे वेंकटरमण ने भरे गले से बताया कि इन वर्षो में उन्होंने बेटी के लिए गहने का प्रबंध भी किया। बेटी ने किसी चीज की कभी मांग नहीं की। बेटी यहां के एक कॉलेज में बी. कॉम की छात्रा है। अभी वेंकटरमण एक निजी कंपनी में सुरक्षा प्रबंधक हैं।
तमिलनाडु में मनाई गई 11वीं बरसी
सुनामी में मारे गए लोगों और भयंकर तबाही की 11वीं बरसी पूरे राज्य में मनाई गई। सुनामी में 7000 से ज्यादा लोग मारे गए थे और हजारों बेघर हो गए थे। मारे गए लोगों की याद में चेन्नई, कुड्डालोर, पुडुचेरी और नागपट्टिणम में प्रार्थना सभाएं आयोजित की गई।
चेन्नई के मछुआरे समुद्र से दूर ही रहे और नागपट्टिणम जिले में एक मिनट का मौन रखा गया। इस जिले में छह हजार लोग मारे गए थे। मत्स्य पालन मंत्री केए जयपाल, जिले के कलेक्टर एस पाझानिसामी एवं अन्य ने कैंडिल मार्च निकाला।