Farmers Protest: आंदोलन में खालिस्तानी भी शामिल : अटार्नी जनरल
कोर्ट ने अटार्नी जनरल से पूछा तो अटार्नी जनरल ने कहा कि हां खालिस्तान समर्थक आंदोलन में घुस गए हैं। कोर्ट ने कहा कि अगर कोई प्रतिबंधित संगठन आंदोलन में शामिल है और रिकार्ड पर इस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं तो आप उस पर हलफनामा दाखिल करिए।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। मंगलवार को कृषि कानूनों का समर्थन करने वाले संगठन इंडियन किसान यूनियन के वकील हरीश साल्वे ने किसान आंदोलन में प्रतिबंधित खालिस्तान समर्थकों के शामिल होने का आरोप लगाया। सरकार की ओर से अटार्नी जनरल ने भी इस बात की पुष्टि की। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने उनसे इस बारे में हलफनामा दाखिल करने को कहा। सरकार बुधवार को खुफिया विभाग की जानकारियों के साथ हलफनामा देगी। इंडियन किसान यूनियन ने सुप्रीम कोर्ट में हस्तक्षेप अर्जी दाखिल कर कृषि कानूनों का समर्थन किया है।
सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से इस मामले में हलफनामा देने को कहा
संगठन की ओर से वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे वैसे तो सोमवार को हुई सुनवाई में भी किसान आंदोलन में राष्ट्रविरोधी संगठनों के शामिल होने का आरोप लगाया था। मंगलवार को उन्होंने आरोपों को दोहराते हुए कहा कि खालिस्तानी समर्थक आंदोलन में घुस गए हैं। वे सिख फार जस्टिस का झंडा लगाए हैं। राष्ट्रविरोधी और पृथकतावादी सोच के कारण इस संगठन पर प्रतिबंध है। यह संगठन आंदोलन को वित्तीय मदद दे रहा है।
सरकार खुफिया विभाग की जानकारियों के साथ देगी हलफनामा
इस पर कोर्ट ने अटार्नी जनरल से पूछा तो अटार्नी जनरल ने कहा कि हां खालिस्तान समर्थक आंदोलन में घुस गए हैं। इस पर कोर्ट ने कहा कि अगर कोई प्रतिबंधित संगठन आंदोलन में शामिल है और रिकार्ड पर इस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं, तो आप उस पर हलफनामा दाखिल करिए।ध्यान रहे कि आंदोलन में शामिल कुछ संगठनों की पृष्ठभूमि पर भी लगातार सवाल उठते रहे हैं। संगठनों ने कुछ ऐसे लोगों के खिलाफ मुकदमा वापस लेने की भी मांग की थी, जो गंभीर मामलों में जेल में हैं।