100 घंटे बाद डकैतों के चंगुल से किसान रिहा, जानिए कितनी फिरौती देकर छूटा
सतना जिले के धारकुंडी थाना क्षेत्र के हरसेड़ गांव से 7 सितंबर को डकैत बबुली कोल गैंग द्वारा अगवा किया गया किसान अवधेश द्विवेदी पांच दिन बाद सकुशल रिहा हो गया है।
सतना, राज्य ब्यूरो। सतना जिले के धारकुंडी थाना क्षेत्र के हरसेड़ गांव से 7 सितंबर को डकैत बबुली कोल गैंग द्वारा अगवा किया गया किसान अवधेश द्विवेदी पांच दिन बाद सकुशल रिहा हो गया है। चर्चा है कि किसान को छुड़ाने के लिए परिजन को 10 लाख रपए की रकम डकैत बबुली कोल को देनी पड़ा है। हालांकि पुलिस ने फिरौती की रकम देने से इंकार किया है। पुलिस का कहना है कि अभी तक फिरौती की कोई बात सामने आई है। वहीं किसान की सकुशल रिहाई के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर पुलिस टीम को बधाई दी है।
सीएम ने पुलिस टीम को दी बधाई
सीएम ने ट्वीट किया कि किसान की सकुशल घर वापसी के लिए पुलिस टीम बधाई की पात्र है। पुलिस दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे। उत्तर प्रदेश से हुआ रिहा अपहृत किसान को डकैतों ने यूपी के चित्रकूट जिले के मारकुंडी थाना क्षेत्र में रात तकरीबन 3 बजे छोड़ दिया था। इसके बाद अवधेश द्विवेदी रीवा जिले के जवा क्षेत्र में रहने वाले अपने रिश्तेदार के यहां पहुंच गया। इसके बाद आईजी चंचल शेखर, डीआईजी अविनाश शर्मा पुलिस बल के साथ जवा थाने पहुंचे। जहां पर पुलिस ने पीड़ित किसान का मेडिकल कराया। पुलिस ने किसान से पूछताछ भी की। आईजी ने एमपी-यूपी से सटे सघन जंगलों का नक्शा दिखाकर किसान अवधेश द्विवेदी से जानकारी ली कि डकैत उसे किस-किस जंगल में और कौन से रास्ते से कहां-कहां लेकर गए।
डकैत बबुली कोल के ठिकाने के बारे में लगा रहे पता
रीवा रेंज के आईजी चंचल शेखर ने कहा कि किसान से पूछताछ की जा रही है। डकैतों द्वारा फिरौती की रकम लेने के मामले में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। किसान की सकुशल रिहाई के बाद पुलिस डकैत बबुली कोल के ठिकाने के बारे में पता लगाने का प्रयास कर रही है।