Move to Jagran APP

Madhya Pradesh: देवास में गेहूं बेचने पहुंचे किसान की हार्ट अटैक से मौत

मध्य प्रदेश के देवास में गेहूं बेचने क्रय केद्र पहुंचे एक किसान की मौत हो गई। किसान की मौत कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है।

By TaniskEdited By: Published: Mon, 01 Jun 2020 01:37 PM (IST)Updated: Mon, 01 Jun 2020 01:37 PM (IST)
Madhya Pradesh: देवास में गेहूं बेचने पहुंचे किसान की हार्ट अटैक से मौत
Madhya Pradesh: देवास में गेहूं बेचने पहुंचे किसान की हार्ट अटैक से मौत

भोपाल,जेएनएन। मध्य प्रदेश के देवास में गेहूं बेचने गेहूं खरीदी केंद्र पहुंचे एक किसान की मौत हो गई। किसान की मौत कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार यह किसान अपनी गेहूं बेचने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहा था। किसान की उसकी वहीं मौके पर मौत हो गई। देवास के एसडीएम प्रदीप सोलंकी ने जानकारी दी कि डॉक्टर के अनुसार हार्ट अटैक से मौत हुई है। 

loksabha election banner

बता दें राज्य में समर्थन मूल्य के तहत गेहूं खरीदी केंद्र पर उपज बेचना परेशानी का सबब बनता जा रहा है। इस घटना से एक हफ्ते पहले आगर मालवा क्षेत्र में गेंहू बेचने आए एक किसान की मौत हो गई थी। दैनिक जागरण के सहयोगी प्रकाशन नई दुनिया के अनुसार इस दौरान सात दिनों से अपनी उपज की तौल करवाने के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर आए किसान की हार्ट अटैक के कारण मृत्यु हो गई थी। 

सात दिन बाद आया नंबर

नई दुनिया के अनुसार मलवासा के रहने वाले 45 साल के किसान प्रेम सिंह मैसेज आने पर 19 मई को गेहूं लेकर तनोडिया के प्राथमिक कृषि सहकारी साख संस्था के केंद्र पर पहुंचे थे। तौल प्रक्रिया में हुई देरी व अन्य कारणों से 25 मई को उनका नंबर आया। इस दौरान किसान की गेहूं की तौल करवाते समय तबीयत खराब हो गई। उसे जिला अस्पताल लेकर आया गया, जहां इलाज के दौरान प्रेम सिंह की मौत हो गई।घटना के जानकारों के मुताबिक तौल केंद्र पर प्रेम सिंह गेहूं की तौल करवा रहे थे, इसी दौरान शाम करीब 5 बजे उनकी तबीयत खराब हुई।

सवा महीने में एक करोड़ 20 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं का समर्थन मूल्य पर उपार्जन

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को जानकारी दी कि कोरोना संकट और लॉकडाउन के दौरान चुनौतियों के बाद भी सवा महीने में एक करोड़ 20 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं का समर्थन मूल्य पर उपार्जन किया गया। नई दुनिया के अनुसार शिवराज ने कहा कि  प्रदेश में पहली बार  इतना उपार्जन हुआ। यह गेहूं 15 लाख 29 हजार किसानों ने 15 अप्रैल के बाद बेचा है। इनमें से 13 लाख 80 हजार छोटे, मध्यम एवं सीमांत किसान हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.