Family Planning Report: देश में 14 करोड़ महिलाएं कर रहीं आधुनिक गर्भनिरोधकों का इस्तेमाल
Family Planning Report वैश्विक साझेदारी वाली संस्था फैमिली प्लानिंग-2020 द्वारा जारी रिपोर्ट में पिछले आठ साल से परिवार नियोजन के क्षेत्र में हुई प्रगति का लेखा जोखा है। यह संस्था महिलाओं के प्रजनन अधिकार के लिए काम करती है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में 13 करोड़ 90 लाख से अधिक महिलाएं व युवतियां आधुनिक गर्भनिरोधक उपायों का इस्तेमाल कर रही हैं। वैश्विक साझेदारी वाली संस्था फैमिली प्लानिंग-2020 द्वारा जारी रिपोर्ट में पिछले आठ साल से परिवार नियोजन के क्षेत्र में हुई प्रगति का लेखा जोखा है। यह संस्था महिलाओं के प्रजनन अधिकार के लिए काम करती है।
मंगलवार को जारी इस रिपोर्ट के अनुसार कम आय वाले 13 देशों में 2012 से आधुनिक गर्भनिरोधक साधनों का प्रयोग दोगुना बढ़ा है। इन उपायों के चलते इन देशों में पिछले साल 12.1 करोड़ अनैच्छिक गर्भधारण, दो करोड़ 10 लाख असुरक्षित गर्भपात और सवा लाख से अधिक प्रसूताओं की मौत को टाला गया। अकेले भारत 5.45 करोड़ अनैच्छिक गर्भधारण, 18 लाख गर्भपात 23 हजार प्रसूताओं की मौत को टाला गया।
भारत में गर्भनिरोधक उपायों की उपलब्धता 54.3 फीसद
2017 में भारत ने परिवार नियोजन के संदर्भ में 2020 तक तीन अरब डालर खर्च करने और शादीशुदा महिलाओं के लिए आधुनिक गर्भनिरोधक उपायों की उपलब्धता 53.1 फीसद से बढ़ाकर 54.3 फीसद करने का लक्ष्य तय किया था। भारत ने इस अवधि दोनों लक्ष्य बखूबी हासिल किए। आधुनिक गर्भनिरोधक इस्तेमाल करने वाली 74 फीसद महिलाएं अपने उपायों से संतुष्ट रहीं।
भारत में परिवार नियोजन के मद में भारीभरकम खर्च
रिपोर्ट में बताया गया कि भारत परिवार नियोजन के मद में भारीभरकम खर्च करने वाले कुछ चुनिंदा देशों में से एक है। 54 देशों से मिले आंकड़ों के अनुसार परिवार नियोजन पर इस साल अब तक 1.6 अरब डालर का खर्च हो चुका है। इसमें भी ज्यादातर धन पांच देशों भारत, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, बांग्लादेश और फिलीपींस में खर्च हुआ है।
फैमिली प्लानिंग-2020 की इस रिपोर्ट के अनुसार कम आय वाले 69 देशों में महिलाओं और युवतियों की परिवार नियोजन के उपायों तक पहुंच है। इस मौैके पर स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन सिंह ने इस प्रोजेक्ट में साझेदारी के लिए आभार जताया और कहा कि भारत ने फैमिली प्लानिंग 2020 में शामिल होने को हमेशा बहुत अहमियत दी है।