सरदार पटेल के परिवार ने राष्ट्रपति भवन में बिताए भावुक पल
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आत्मीय अतिथि सत्कार ने सरदार पटेल के परिजनों के गौरव के इन भावुक पलों को और भी ज्यादा खुशगवार बना दिया।
संजय मिश्र, नई दिल्ली। सत्ता सियासत की दुनिया से दूर रहने वाले लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल के परिजनों का आजादी के दशकों बाद संभवत: पहली बार राष्ट्रपति भवन में बिताया गया पूरा दिन बेहद यादगार बन गया। देश की एकता अखंडता के सूत्रधार रहे सरदार पटेल के योगदानों की कुछ स्मृतियों से राष्ट्रपति भवन संग्रहालय में जब परिजन रूबरू हुए तो परिजनों के गौरव की अनुभूति भी चरम पर पहुंच गई। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आत्मीय अतिथि सत्कार ने सरदार पटेल के परिजनों के गौरव के इन भावुक पलों को और भी ज्यादा खुशगवार बना दिया।
राष्ट्रपति भवन में बिताए गए पूरे दिन को अपनी जिंदगी के अहम पलों में एक बताते हुए सरदार पटेल के प्रपौत्र अतुल पटेल ने दैनिक जागरण से कहा कि वाकई हमारे परिवार के लिए इससे बेहतर पल कुछ और नहीं हो सकता था। लौह पुरूष के परिवार का हिस्सा होने के गौरव की जो अनुभूति राष्ट्रपति भवन में हुई उसकी स्मृतियां सदैव हमारे जेहन में रहेंगी।
राष्ट्रपति भवन के झरोखों से पहली बार इतने लंबे वक्त तक सत्ता के गलियारों को देखने के बाद गुजरात लौटने की फ्लाइट में बैठे अतुल पटेल ने फोन पर हुई संक्षिप्त बातचीत में इस दिन को यादगार बनाने के लिए विशेष तौर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का खास आभार जताया। राष्ट्रपति और उनकी पत्नी सविता कोविंद ने सरदार साहब के परिजनों के लिए दोपहर का लंच भी रखा था। अतुल पटेल ने कहा कि राष्ट्रपति ने आत्मीयता के साथ इतनी विनम्रता और सहजता दिखाई कि हम सभी परिवारजन अभिभूत हैं।
सरदार पटेल के परिजनों को राष्ट्रपति भवन आने का न्यौता खुद रामनाथ कोविंद ने दिया था। राष्ट्रपति बीते 15 दिसंबर को गुजरात में दुनिया की सबसे उंची मूर्ति स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर उन्हें श्रद्धांजलि देने गए थे। राष्ट्रपति की इस यात्रा के दौरान समारोह में पटेल के चार परिजनों को भी बुलाया गया था और इसी क्रम में उन्हें राष्ट्रपति भवन आने का खास निमंत्रण दिया गया।
कोविंद के न्यौते पर ही सरदार पटेल के परिवार से जुड़े 11 सदस्यों ने राष्ट्रपति भवन में पूरा दिन बिताया। इसमें पटेल के परिवार की तीसरी और चौथी पीढ़ी के सदस्य शामिल थे। अतुल पटेल के साथ दूसरे प्रपौत्र समीर पटेल, दो पोते धीरज लाल पटेल और भूपेंद्र पटेल, पौत्री उर्मिला पटेल आदि शामिल थीं। जबकि सरदार साहब की चौथी पीढ़ी के सदस्य एक परपोते अपनी मंगेतर के साथ राष्ट्रपति भवन आए थे। जैसाकि अतुल पटेल ने कहा कि सभी परिजन राष्ट्रपति भवन के अपने दौरे में मिले सम्मान को कभी भूला नहीं पाएंगे।