नोटबंदी के बाद बांग्लादेश के रास्ते पाक फिर भेज रहा है नकली नोटों की खेप
नकली नोटों के चलन को भारतीय बाजार से खत्म करने को की गई नोटबंदी का असर अब कम होने लगा है। एक बार फिर से पाकिस्तान बांग्लादेश के रास्ते नकली नोट भारत में भेज रहा है।
नई दिल्ली। नोटबंदी के फैसले के हुए मुश्किल से अभी दो महीने ही हुए हैं कि एक बार फिर से पाकिस्तान और बांग्लादेश के रास्ते नकली नोटों की खेप देश के अंदर पहुंचनी शुरू हो गई है। एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक पाकिस्तान बांग्लादेश के रास्ते तस्करी के जरिए बड़े पैमाने पर दो हजार रूपये के नकली नोटों की सप्लाई भारत में कर रहा है।
इसका खुलासा मुर्शिदाबाद में अजीजुर्र रहमान की गिरफ्तारी के बाद हुआ है। एनआईए और बीएसएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए रहमान से पूछताछ में पता चला है कि वह मालदा से 2000 रुपये के 40 नकली नोट लेकर आया था। इन नोटों को पाकिस्तान में वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआर्इ की मदद से छापा गया था।
बांग्लादेश के रास्ते होती है नोटों की तस्करी
जानकारी के मुताबिक इन नोटों को बांग्लादेश के रास्ते से भारत में लाया गया था। हर दो हजार के नोट के लिए तस्करों को 400 से 600 रुपये तक चुकाने होते हैं। यह अक्सर नोटों की छपाई की क्वालिटी पर भी तय होता है। अखबार ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि इन नकली नोटों में दर्शाए गए 17 में से करीब 11 सिक्योरिटी फीचर भी पूरी तरह से फर्जी ही होते हैं।
फर्जी होते हैं सिक्योरिटी फीचर
हालांकि इसमें वाटरमार्क, अशोक स्तंभ समेत कई फीचर असली नोटों की ही तरह दर्शाए गए होते हैं। इसके अलावा आरबीआई गवर्नर के हस्ताक्षर और दूसरी भाषाओं में लिखे गए शब्द भी हू-ब-हू असली नोट जैसे ही होते हैं। हालांकि जानकार मानते हैं कि इन नकली नोटों का पेपर बेहद खराब दर्जे का होता है। फिर भी इन नोटों को मोड़ने पर आवाज वैसी ही आती है जैसे असली नोट से आती है।
नकली नोटों का चलन फिर शुरू होने की आशंका
जानकारों की मानें तो नोटबंदी के बाद हुए परिवर्तन के चलते नकली नोटों के चलन में भले ही कमी आई हो, लेकिन यह फिर से शुरू हो गए हैं। इसके अलावा इन नोटों की छपाई करने वालों ने इसकी क्वालिटी को भी अब इंप्रूव कर दिया है। अब इन्हें पहचान पाना काफी मुश्किल है। पिछले दिनों तस्करों ने 2000 और 500 के कुछ नकली नोटों को मार्किट में खपाने की भी कोशिश की है। अधिकारियों की मानें तो उन्हें इस बात का डर और आशंका है कि कुछ समय में नकली नोटों का चलन भारतीय बाजार में फिर से शुरू हो जाएगा।