Fake News से निपटने के लिए व्हाट्सएप ने उठाया एक और कदम, टीवी पर चलाएगा अभियान
Fake News से निपटने के लिए WhatsApp ने उठाया अहम कदम, रेडियो के बाद अब टीवी पर विज्ञापन के माध्यम से लोगों को करेगा जागरूक।
नई दिल्ली, पीटीआइ। सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के बीच Fake News बड़ी सिरदर्दी बनती जा रही है। WhatsApp एक ऐसा माध्यम है, जिससे फेक न्यूज आसानी से लोगों के बीच पहुंचाई जा रही है। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर फेक न्यूज के जरिए मतदातओं को प्रभावित करने का डर भी लोगों के बीच है। ऐसे में 2019 चुनाव की तैयारियों के बीच व्हाट्सएप ने अपने प्लेटफॉर्म के जरिये फर्जी खबरों के प्रसार को रोकने के लिये रेडियो के बाद अब टेलीविजन पर विज्ञापन प्रसारित करने का फैसला लिया है।
टीवी, फेसबुक और यू-ट्यूब पर दिखेंगे तीन विज्ञापन
कंपनी ने अपने एक बयान में कहा है, 'हमने भारत में अपने उपयोक्ताओं के ऊपर सघन शोध किया है। उनके अनुभवों के आधार पर तीन टीवी विज्ञापन तैयार किए हैं।' कंपनी ने बताया, 'तीन विज्ञापन टीवी, फेसबुक और यू-ट्यूब पर नौ भाषाओं में उपलब्ध होंगे और इनकी व्हाट्सएप के उपयोक्ताओं के बीच व्यापक पहुंच होगी। इनका प्रसारण राजस्थान और तेलंगाना में चुनाव से पहले ही शुरू हो जाएगा।'
इन नौ भाषाओं में होंगे विज्ञापन
फर्जी खबरों से सावधान रहने के लिए यह विज्ञापन अंग्रेजी, हिंदी, बांग्ला, कन्नड़, तेलुगु, असमिया, गुजराती, मराठी और मलयालम में उपलब्ध होंगे। यह विज्ञापन 60 सेकंड लंबी फिल्म के रूप में होगा।
60 सेकेंड की तीन फिल्में करेंगी आपको जागरूक
व्हाट्सएप ने अपने बयान में कहा कि फर्जी खबरों के खिलाफ चलाए जा रहे इस अभियान में तीन 60 सेकेंड की फिल्में होंगी, जो लोगों को जागरूक करने का काम करेंगी कि कैसे स्पैम के माध्यम से फर्जी खबरों को फैलाया जाता है। इन विज्ञापनों को खबर (न्यूज चैनल) और सिनेमाई चैनलों के साथ कई चैनलों पर प्रसारित किया जाएगा। इन्हें प्रिंट के विज्ञापन के जरिये भी प्रसारित किया गया है।
अगस्त में रेडिया पर शुरू की थी यह मुहिम
व्हाट्सएप ने फर्जी खबरों पर लगाम कसने के लिए इस साल अगस्त में रेडिया के जरिए यह मुहिम शुरू की थी। दरअसल, व्हाट्सएप को फर्जी खबरों को लेकर सरकार के कड़े रुख का सामना करना पड़ा है। कंपनी ने बताया कि इन विज्ञापनों के माध्यम से यह समझाया जाएगा कि अफवाहों को फैलाने से कैसे बचें? साथ ही यह भी बताया जाएगा कि ऐसे ग्रुप्स को कैसे ब्लॉक किया जाए, जो फर्जी अफवाहों को फैलाने का काम करते हैं।
फेक न्यूज ने ली कइयों की जान
गौरतलब है कि हाल के दिनों में भारत में व्हाट्सएप पर फैली फेक न्यूज की वजह से कई जानें जा चुकी हैं। इसको लेकर सरकार और कंपनी के बीच कई बार बैठक भी हो चुकी हैं। जिसके बाद व्हाट्सएप कई सारे सुरक्षा फीचर्स लेकर आया। इनमें एक मैसेज को लोगों के बीच फॉरवर्ड करने की सीमा को भी कम किया गया है (अब एक बार में मैसेज सिर्फ 5 लोगों को फॉरवर्ड कर सकते हैं)। अब आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देजनर भी फेक न्यूज टेंशन का विषय बनी हुई हैं। ऐसे में व्हाट्सएप अब ऑडियो-विजुअल यानी विज्ञापन के माध्यम से लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का काम कर रहा है।