व्हाट्सअप पर डॉक्टर के मौत की झूठी खबर वायरल, जानें फिर क्या हुआ...
कुछ दिन पहले किसी सिरफिरे ने उन्हें मृत बताया और शिनाख्त करने के लिए फोटो वायरल कर मोबाइल नंबर भी फैला दिया। लोगों ने उन्हें कॉल करना शुरू कर दिए।
इंदौर (जेएनएन)। सोशल मीडिया पर फेक संदेशों का आदान- प्रदान करना आजकल आम हो गया है। लोग इसे मस्ती-मजाक तक सीमित रखते हैं वहां तक ठीक है लेकिन कभी-कभी इन फेक संदेशों से किसी को भारी नुक्सान भी हो जाता है। ऐसा ही एक वाक्या इंदौर में सामने आया है। दरअसल हुआ यूं कि कुछ लोगों ने सोशल मीडिया साइट व्हाट्सअप पर एक डॉक्टर को मृत बताकर इसका मैसेज वायरल कर दिया। खबर वायरल होते-होते रिश्तेदारों तक पहुंच गई, वे उनके घर आ पहुंचे। इधर मरीजों ने भी डॉक्टर के निधन की खबर सुनकर दवाखाने आना बंद कर दिया। डॉक्टर की पत्नी भी खबर सुनकर बीमार पड़ गई। अब परेशान डॉक्टर ने डीआईजी से शिकायत कर आरोपियों को पकड़ने की मांग की है।
फोटो के साथ फोन नंबर भी कर दिया वायरल
देपालपुर निवासी डॉ. काजी गुलाम रब्बानी ने शुक्रवार को डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र से मिलकर एक व्हॉट्सएप ग्रुप के एडमिन व अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। डॉ. रब्बानी ने बताया कि वे दिल के मरीज हैं। कुछ दिन पहले किसी सिरफिरे ने उन्हें मृत बताया और शिनाख्त करने के लिए फोटो वायरल कर मोबाइल नंबर भी फैला दिया। लोगों ने उन्हें कॉल करना शुरू कर दिए।
पड़ोसियों पर किया शक
कई तो घर भी पहुंच गए। घटना से उनकी पत्नी की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें भी सीने में दर्द उठा और अस्पताल जाना पड़ा। डॉ. रब्बानी के मुताबिक शक है कि घटना में पड़ोसी शामिल हैं। उन्होंने थाने में भी शिकायत की थी। हेड कांस्टेबल रामप्रसाद ने जांच की। कुछ लोगों के नंबर भी उपलब्ध करवाए, लेकिन आरोपियों पर केस दर्ज नहीं किया।
यह भी पढ़ें : यहां पीएम मोदी के नाम से रखा गया मुहल्ले का नाम, जानिए- इसके पीछे की वजह