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यूजर्स की जानकारी लीक करने के मामले में फिर से फंसा Facebook

फेसबुक (Facebook) उपयोगकर्ताओं की जानकारी लीक होने का नया मामला सामने आया है। फेसबुक के कई एप डेवलपर्स ने कई महीनों तक फेसबुक उपयोगकर्ताओं की निजी जानकारी जुटाई।

By Pooja SinghEdited By: Published: Thu, 07 Nov 2019 10:31 AM (IST)Updated: Thu, 07 Nov 2019 10:31 AM (IST)
यूजर्स की जानकारी लीक करने के मामले में फिर से फंसा Facebook
यूजर्स की जानकारी लीक करने के मामले में फिर से फंसा Facebook

नई दिल्ली, एएफपी। फेसबुक (Facebook) उपयोगकर्ताओं की जानकारी लीक होने का नया मामला सामने आया है। एनबीसी न्यूज ने बुधवार को जारी अपनी एक रिपोर्ट में नया खुलासा किया। रिपोर्ट में बताया गया कि फेसबुक के कई एप डेवलपर्स ने कई महीनों तक फेसबुक उपयोगकर्ताओं की निजी जानकारी जुटाई। इस दौरान उन्होंने बीते 60 दिनों में 11 साझेदारों के उपयोगकर्ताओं की निजी जानकारी में ताकझांक करने की पुष्टि की है।  

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उपयोकर्ताओं की फोटो समेत ये दस्तावेज हुए लीक

इसके जरिये लोगों की प्रोफाइल फोटो जैसी कई जानकारी शामिल रही। बता दें कि यूजर्स की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फेसबुक की तरफ से कई ग्रुप को बैन भी किया गया था। जिस एप डेवलपर्स ने यूजर्स का डाटा चोरी करने का काम किया है उनके नाम सार्वजनिक नहीं हुए। 

फेसबुक ने जारी किया बयान

फेसबुक की तरफ से आए बयान में कहा गया कि इस पूरे मामले की जांच के बाद उन्हें पता चला है कि यूजर्स की प्रोफाइल फोटो और नाम जैसी जानकारियों को चुराया गया है। इससे पहले कई ग्रुप का एक्सेस हटा दिया गया था, लेकिन इसके बाद भी डेवलपर्स ने डाटा एक्सेस करने काम किया। फेसबुक यूजर्स के डाटा को सुरक्षित रखने के लिए कई बदलाव भी किए थे। साल 2018 में फेसबुक की तरफ से एप डेवलपर्स के लिए कई नियम बनाए गए थे।

फेसबुक की तरफ से जारी बयान में कहा कि एप डेवलपर के जरिए उपयोगकर्ताओं की जासूसी से किस भी प्रकार के डाटा के दुरुपयोग के कोई सबूत नहीं मिले है। फेसबुक ने कहा कि वह सभी एप डेवलपर से यूजर्स का डाटा मिटाने के दवाब बनाएगे। इसके अलावा अगर किसी भी प्रकार का डाटा डिलीट नहीं होता है तो उसके लिए उसकी जांच भी की जाएगी। 

ब्रिटेन स्थित कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका द्वारा 8.7 करोड़ यूजर्स का डाटा चोरी करने के मामले में फेसबुक पहले से ही गंभीर आरोपों का सामना कर रहा है। फेडरल ट्रेड कमीशन ने इस मामले में कंपनी पर पांच अरब डॉलर (करीब 35 हजार करोड़ रुपये) का जुर्माना भी लगाया है।


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