सुषमा ने अमेरिका में सिख लड़के पर हमले की मांगी रिपोर्ट, पिता ने बताया नस्लीय हमला
पीडि़त के पिता का कहना है कि यह सीधे तौर पर नस्लीय हमले का मामला है, उनके बेटे को सिर्फ इसलिए पीटा गया, क्योंकि वह भारतीय है।
नई दिल्ली, आइएएनएस। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शनिवार को कहा कि उन्होंने वॉशिंगटन राज्य के एक शहर में सिख लड़के पर हमले की खबरों के बाद अमेरिका में भारतीय दूतावास से एक रिपोर्ट मांगी है। इस घटना की एक वीडियो क्लिप भी सामने आई है। पीडि़त के पिता का कहना है कि ये नस्लीय हमला है। उनके बेटे को इसलिए पीटा गया, क्योंकि वह एक भारतीय है।
सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा, 'मैंने खबरों में देखा कि एक सिख लड़के को अमेरिका में पीटा गया है। इस मामले में मैंने अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास से बात की है और एक रिपोर्ट मंगवाई है।' मीडिया खबरों के मुताबिक, केंट सिटी में एक 14 वर्षीय सिख लड़के को उसके स्कूल में पढ़ने वाले दूसरे लड़के ने पीटा। पीडि़त लड़के के पिता का कहना है कि उनके बेटे को इसलिए पीटा गया, क्योंकि वह भारतीय मूल का है।
I have seen news reports about the beating of a Sikh boy in US. I have asked @IndianEmbassyUS to send me a report on the incident.— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) November 4, 2017
मीडिया खबरों के मुताबिक, ये घटना 26 अक्टूबर की है। ये दोनों स्टूडेंट केंट्रिज हाई स्कूल में एक साथ पढ़ते हैं। इस पूरी घटना की एक वीडियो क्लिप भी वायरल हो रही है। इस वीडियो क्लिप में एक लड़का सिख लड़के का पीछा कर रहा है। ये पीछे से सिख लड़के को एक जोरदार मुक्का मारता है, जिससे वह जमीन पर गिर जाता है। ये लड़का यहीं नहीं रुकता, एक के बाद एक मुक्के मारता रहता है। इस दौरान सिख लड़का अपना सिर बचाने की कोशिश करता नजर आ रहा है।
घटना से दुखी पीडि़त बच्चे के पिता ने कहा, 'मैं जब-जब इस वीडियो क्लिप में अपने बेटे को मार खाते हुए देखता हूं, तब-तब मुझे दर्द का अहसास होता है। मुझे यह बहुत बुरा लग रहा है, क्योंकि यह मेरे बेटे के साथ हुआ है। वह मेरे बेटे को बुरी तरह से पीट रहे हैं, लेकिन मैं कुछ नहीं कर सकता। यह मेरे लिए बेहद दुख की बात है कि अमेरिका जैसे देश में ऐसा हुआ। मैं अपने दर्द को शब्दों में बयां नहीं कर सकता।'
पीडि़त के पिता का कहना है कि यह सीधे तौर पर नस्लीय हमले का मामला है, उनके बेटे को सिर्फ इसलिए पीटा गया, क्योंकि वह भारतीय है। हालांकि स्कूल प्रशासन का कहना है कि इसे नस्लीय हमले के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। इस मारपीट की घटना से पहले दोनों स्टूडेंट्स के बीच पहले भी स्कूल में झगड़ा हो चुका है। लेकिन पीडि़ता के पिता का कहना है कि स्कूल प्रशासन झूठ कह रहा है, क्योंकि उनका बेटा हमला करने वाले लड़को को जानता ही नहीं है। वह कभी उससे मिला नहीं, यहां तक कि उसका नाम भी उनके बेटे को नहीं पता है। पीडि़त के पिता का कहना है कि उन्हें इंसाफ चाहिए। वह नहीं चाहते कि उनके बेटे या किसी और के बच्चे के साथ कभी ऐसा हो।
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