एग्जिट पोल: हिमाचल में कांग्रेस की सरकार
हिमाचल प्रदेश और गुजरात के चुनाव के नतीजे अब ईवीएम मशीन में बंद हो चुके हैं। अब सभी को बीस दिसंबर का इंतजार है जब ईवीएम मशीन में से यह नतीजे निकल कर बाहर आएंगे। हालांकि इससे पूर्व आए सर्वो में जहां गुजरात में एक बार नरेंद्र मोदी की सरकार बनते हुए दिखाया गया है वहीं हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को बहुमत
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश और गुजरात के चुनाव के नतीजे अब ईवीएम मशीनों में बंद हो चुके हैं। अब सभी को बीस दिसंबर का इंतजार है जब ईवीएम मशीन में से यह नतीजे निकल कर बाहर आएंगे। हालांकि, इससे पूर्व आए सर्वो में जहां गुजरात में एक बार नरेंद्र मोदी की सरकार बनते हुए दिखाया गया है वहीं हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को बहुमत दिया गया है। लेकिन इन सभी सर्वो के रिजल्ट के नतीजों से उलट राज्य के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने एक बार भाजपा की सरकार बनने का दावा किया है।
हिमाचल प्रदेश के पोस्ट पोल सर्वे के रिजल्ट कांग्रेस के पक्ष में जाते दिखाई दे रहे हैं। राज्य में सीएनएन आईबीएन, न्यूज 24, सीवोटर्स और सेंटर फॉर स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटी ने 7 नवंबर से 14 नवंबर तक सर्वे किए हैं। इन सर्वो में भले ही कांग्रेस और भाजपा को मिलने वाली सीटों में कुछ अंतर दिखाई देता हो लेकिन इन सर्वो का लब्बोलुआब कांग्रेस के ही पक्ष में जाता दिखाई दे रहा है।
सेंटर फॉर स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटी द्वारा कराए गए सर्वे के मुताबिक कांग्रेस और भाजपा में कड़ी टक्कर है। इस सर्वे में कांग्रेस को 41 फीसद और भाजपा को 40 फीसद वोट मिलने की बात कही गई है। सीटों के हिसाब से देखें तो इस सर्वे में कांग्रेस को 29-35 सीटों पर जीत दिखाई गई है तो भाजपा को भी कमोबेश इतनी ही सीटें दी गई हैं। वहीं सीवोटर्स द्वारा कराए गए सर्वे में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत हासिल करते हुए दिखाया गया है। इसमें कांग्रेस को 40 सीटों पर विजयी दिखाया गया है जबकि भाजपा के खाते में कुल 24 सीटें ही दिखाई गई हैं। वहीं सीएनएन आईबीएन के सर्वे में भी कांग्रेस और भाजपा में कड़ी टक्कर होने की बात सामने आई है। इस सर्वे में कांग्रेस को कुल मतों का 41 फीसद और भाजपा को 40 फीसद मत मिलने का दावा किया गया है।
न्यूज 24 के सर्वे में हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत दिया है। इस सर्वे में कांग्रेस को 40 सीट और भाजपा को 23 सीटें दी गई हैं। लेकिन इससे उलट राज्य के मुख्यमंत्री इन सर्वो को दरकिनार कर एक बार भाजपा की सरकार बनने के दावे कर रहे हैं।
राज्य के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा है कि इस तरह के सर्वे पंजाब में पूरी तरह से विफल रहे थे। इन पर विश्वास नहीं किया जा सकता है क्योंकि यह सर्वे महज कुछ सौ लोगों से बात करके ही कर दिए जाते हैं, जबकि एक विधानसभा में लाखों लोग वोट डालते हैं। उनका कहना है कि फिलहाल अटकलों को छोड़कर नतीजों के आने का इंतजार करना चाहिए।
हिमाचल प्रदेश की 68 सीटों के लिए 4 नवंबर को मतदान हुआ था। हिमाचल में इस बार करीब 75 फीसद मतदान हुआ है। वर्ष 2007 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को जहां 44 फीसद वोट मिले थे वहीं कांग्रेस को 39 फीसद वोट हासिल हुए थे। यहां पर विधानसभा का कार्यकाल 10 जनवरी 2013 तक है। 20 दिसंबर को आने वाले रिजल्ट यूं तो सभी अटकलों पर विराम लगा देंगे, लेकिन फिलहाल यहां की इससे पहले भाजपा के लालकृष्ण आडवाणी हिमाचल प्रदेश के चुनाव परिणामों में देरी को लेकर अपनी नाराजगी जता चुके हैं। उन्होने कहा था कि हिमाचल प्रदेश के चुनाव परिणाम घोषित करने में इतना विलंब करना सही नहीं है।
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