जानिए, लाल बहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि पर कुछ खास बातें
आज ही के दिन 11 जनवरी 1966 को उज्बेकिस्तान के ताशकंद में देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु हो गई थी।
नई दिल्ली(जेएनए)। 'जय जवान जय किसान' का नारा देने वाले देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की आज पुणयतिथी है। आज ही के दिन 11 जनवरी 1966 को उज्बेकिस्तान के ताशकंद में उनकी मौत हो गई थी। देश के लिए उनका अतुलनीय योगदान अविस्मरणीय है।
शास्त्री जी का जन्म वाराणसी में 2 अक्टूबर 1904 को हुआ था। वो ईमानदार छवि के साथ बेहद साधारण व्यक्ति थे। 1951 में, जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में वह अखिल भारत कांग्रेस कमेटी के महासचिव नियुक्त किये गये। उन्होंने 1952, 1957 व 1962 के चुनावों में कांग्रेस पार्टी को भारी बहुमत से जीत दिलाने के लिए काफी परिश्रम किया। नेहरु जी की मृत्यु के बाद उन्हें सर्वसम्मति से देश का प्रधानमंत्री बनाया गया। 18 महीने के कार्यकाल में उन्होंने देश के लिए कई चुनौतीपूर्ण काम को अंजाम दिया।
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शास्त्री जी की मौत पर आज भी रहस्य बरकरार है। साल 1965 के युद्ध के बाद वह पाकिस्तान से वार्ता करने के लिए गए थे। बैठक में शास्त्री जी और पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान ने युद्ध समाप्त करने के एक समझौते पर हस्ताक्षर किया। 11 जनवरी की ही रात संदिग्ध परिस्थितियों में उनकी मौत हो गई थी। मेडिकल रिपोर्ट में उनकी मौत की वजह हार्ट अटैक बताई गई, लेकिन उनकी पत्नी का आरोप था कि उन्हें जहर दिया गया था।
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