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दाऊद का पूर्व सहयोगी फिरौती मांगने के आरोप में गिरफ्तार, डोंगरी इलाके में पकड़ा गया तारिक परवीन

मुंबई पुलिस की एंटी एक्‍सटॉर्शन सेल ने भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के पूर्व सहयोगी तारिक परवीन को नगर के एक कारोबारी से फिरौती मांगने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sun, 09 Feb 2020 10:42 PM (IST)Updated: Sun, 09 Feb 2020 10:52 PM (IST)
दाऊद का पूर्व सहयोगी फिरौती मांगने के आरोप में गिरफ्तार, डोंगरी इलाके में पकड़ा गया तारिक परवीन
दाऊद का पूर्व सहयोगी फिरौती मांगने के आरोप में गिरफ्तार, डोंगरी इलाके में पकड़ा गया तारिक परवीन

मुंबई, पीटीआइ। पुलिस ने भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के पूर्व सहयोगी तारिक परवीन को नगर के एक कारोबारी से फिरौती मांगने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। उसे रविवार को दक्षिण मुंबई के डोंगरी इलाके से गिरफ्तार किया गया। संयुक्त पुलिस आयुक्त संतोष रस्तोगी ने बताया कि एमआरए मार्ग पुलिस स्टेशन में परवीन के खिलाफ फिरौती की प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद हमने उसे गिरफ्तार कर लिया है।

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प्राथमिकी में पुलिस ने दाऊद के पूर्व सहयोगी एजाज लकड़ावाला और सलीम फर्नीचरवाला उर्फ सलीम महाराज पर भी आरोप लगाया है। रस्तोगी ने कहा कि लकड़ावाला और फर्नीचरवाला पहले से ही हमारी हिरासत में हैं। मुंबई में 25 मामलों में वांछित लकड़ावाला को इसी साल आठ जनवरी को बिहार के पटना से गिरफ्तार किया गया था। शहर के एक बिल्डर ने पिछले साल पुलिस से लकड़ावाला द्वारा फिरौती मांगने की शिकायत दर्ज कराई थी। लकड़ावाला से पूछताछ के दौरान पता चला कि फर्नीचरवाला भी फिरौती रैकेट में शामिल है। 

हाल ही में सामने आई पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक, दाऊद इब्राहीम का खास पाकिस्तानी जाबिर मोती की मुश्किलें भी बढ़ने वाली हैं। अब उसको अमेरिका को प्रत्यर्पित किया जाएगा। जाबिर के बारे में कहा जाता है कि वह दाऊद की काली कमाई के प्रबंधन का कार्य करता था। अब अमेरिकी एजेंसियां उससे घोषित अंतरराष्ट्रीय आतंकी दाऊद की काली कमाई और उसके निवेश का राज उगलवाएंगी। 

रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका ने नशीले पदार्थो की तस्करी और मनी लांडिंग मामलों में ब्रिटेन से जाबिर को प्रत्‍यर्पित करने की मांग की थी। वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट जॉन जानी ने अमेरिकी एजेंसियों की ओर से प्रस्तुत साक्ष्यों को सही मानते हुए जाबिर को अमेरिका को सौंपे जाने का आदेश दिया। अदालत ने जाबिर की ओर से पेश तमाम आपत्तियों को खारिज करते हुए ब्रिटिश गृह मंत्रलय को प्रत्यर्पण आदेश जारी करने का आदेश दिया था। 


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