एम्स के पूर्व सीवीओ ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा पर लगाए गंभीर आरोप
एम्स के पूर्व सीवीओ संजीव सचदेवा ने कहा कि उन्हें भ्रष्टाचार मामलों की जांच करने की वजह से पद से हटा दिया गया।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली । एम्स के पूर्व मुख्य विजिलेंस अधिकारी (सीवीओ) संजीव सचदेवा ने बुधवार को दिल्ली हाई कोर्ट के समक्ष केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा पर भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई नहीं करने को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कई गंभीर मामलों पर सीधे सुबूत होने के बावजूद मंत्री ने उक्त अधिकारियों के खिलाफ जान-बूझकर कोई कार्रवाई नहीं की।
मुख्य न्यायाधीश जी. रोहिणी के समक्ष एक एनजीओ द्वारा दायर याचिका पर संजीव सचदेवा से जवाब मांगा गया था। अदालत के समक्ष सचदेवा ने कहा कि भ्रष्टाचार के कई मामलों में आरोप पत्र दाखिल करने के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई। उक्त अफसरों के खिलाफ सीबीआइ की रिपोर्ट भी है, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री ने उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी जरूरी नहीं समझी। इस याचिका को स्वास्थ्य मंत्री पहले ही गलत इरादे से लगाई गई याचिका बता चुके हैं। कहा गया कि राजनीति माइलेज लेने के लिए यह याचिका लगाई गई है।
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स्वास्थ्य मंत्री ने संजीव सचदेवा के उन आरोपों से भी इन्कार किया, जिसमें कहा गया था कि भ्रष्टाचार के बेहद गंभीर मामलों पर जांच करने के कारण उन्हें पद से हटा दिया गया था।संजीव सचदेवा का कहना था कि दो फरवरी को स्वास्थ्य मंत्रालय को एक पत्र लिखा गया था। जिसमें मंत्रालय के सीवीओ से पूछा गया था कि जिन अफसरों पर सीबीआइ द्वारा मुकदमा दर्ज किया गया है उन पर क्या कार्रवाई की गई है। उस पत्र का आज तक कोई जवाब नहीं आया है। सेंटर फॉर पब्लिक इंट्रेस्ट लेटिगेशन एनजीओ ने पेश मामले में याचिका लगाकर सीबीआइ जांच की मांग की थी।