कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते मप्र में सख्ती, महाराष्ट्र से आने वाले हर व्यक्ति की होगी थर्मल स्क्रीनिंग
जिन सार्वजनिक आयोजन और मेले के लिए पहले से ही अनुमति दे दी गई है उन्हें कोविड प्रोटोकाल के तहत आयोजन करना होगा। मंगलवार के बाद से सार्वजनिक आयोजन व मेले के लिए नई अनुमति नहीं दी जाएगी।
भोपाल, जेएनएन। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने से पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश अलर्ट हो गया है। इंदौर, भोपाल सहित महाराष्ट्र सीमा से सटे जिलों में मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। मास्क न पहनने वालों पर चालानी कार्रवाई की जाएगी। आगामी आदेश तक धरना-प्रदर्शन पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। सार्वजनिक आयोजन और मेले के लिए पहले से जिन्हें अनुमति दे दी गई है, उन्हें कोविड प्रोटोकाल के तहत आयोजन करना होगा। मंगलवार के बाद से सार्वजनिक आयोजन व मेले के लिए नई अनुमति नहीं दी जाएगी। बता दें कि 16 जनवरी से वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद मास्क न पहनने पर चालानी कार्रवाई करना बंद कर दिया गया था।
पचमढ़ी का महादेव और बैतूल का सालबर्डी मेला रद
मध्य प्रदेश होशंगाबाद जिले के पर्यटन स्थल पचमढ़ी में लगने वाला प्रसिद्घ महादेव मेला, होशंगाबाद का रामजी बाबा मेला और बैतूल में महाराष्ट्र सीमा पर लगने वाले सालबर्डी मेला रद कर दिया गया है। पचमढ़ी के चौरागढ़ में तीन से 12 मार्च और होशंगाबाद में रामजी बाबा मेला 24 फरवरी से पांच मार्च तक तथा बैतूल जिले में सालबर्डी मेला महाशिवरात्रि पर लगता है। यहां महाराष्ट्र से श्रद्धालु आते हैं। दोनों जिलों में आपदा प्रबंधन कमेटी ने यह निर्णय मंगलवार को हुई बैठक में लिया।
उधर, बुरहानपुर जिले में महाराष्ट्र से आने वाले लोगों के लिए मेडिकल प्रमाणपत्र अनिवार्य कर दिया गया है। खंडवा जिले में मंगलवार को हुई बैठक फैसला किया गया कि यदि महाराष्ट्र से कोई मेहमान आए तो इसकी जानकारी प्रशासन को दें। ओंकारेश्वर में ज्योतिर्लिग दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं से शारीरिक दूरी का पालन कराया जाएगा। साथ ही मास्क पहनकर ही मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।