फीचर फोन वाले कोरोना मरीज भी नहीं दे पाएंगे सरकार को चकमा, लोकेशन ट्रेस हुआ आसान
फीचर फोन सिस्टम के अंतर्गत बेस ट्रांसरिसिवर स्टेशन की मदद से कोरोना पीड़ित व्यक्ति के लोकेशन पर नजर रखी जाती है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सिर्फ स्मार्टफोन ही नहीं बल्कि फीचर फोन रखने वाले कोरोना मरीज भी सरकार को चकमा नहीं दे पाएंगे। सरकार फीचर फोन रखने वाले कोरोना मरीज पर भी पूरी नजर रख रही है और उनके लोकेशन बदलते ही सरकार को अलर्ट आ जाता है। इससे यह पता चल जाता है कि कोरोना मरीज फरार होने की कोशिश कर रहा है। उसके वर्तमान लोकेशन का भी पता चल जाता है और उसे फिर से आसानी से क्वारंटीन सेंटर या इलाज के लिए भेजा जा सकता है। अब तक कई राज्यों में इस प्रकार की सुविधा से फीचर फोन रखने वाले कोरोना मरीजों की खोज करने में सफलता मिली है।
फीचर फोन रखने वाले कोरोना मरीज की भी लोकेशन ट्रेस हो सकती है
भारत सरकार का दूरसंचार प्रौद्योगिकी केंद्र सी-डॉट के एक अधिकारी ने बताया कि अमूमन यही समझा जाता है कि सिर्फ स्मार्टफोन रखने वालों का ही लोकेशन ट्रेस हो सकता है। ऐसे में फीचर फोन रखने वाले कोरोना मरीजों पर नजर रखने के लिए कोविड अलर्ट सिस्टम विकसित किया गया है। इस सिस्टम के अंतर्गत बेस ट्रांसरिसिवर स्टेशन की मदद से कोरोना पीड़ित व्यक्ति के लोकेशन पर नजर रखी जाती है।
कई राज्य इस सेवा की मदद ले रहे हैं
राज्य सरकार द्वारा उस कोरोना संक्रमित व्यक्ति के फोन नंबर दूरसंचार विभाग को देने पर ही उसे अलर्ट पर रखा जाता है। बिहार, बंगाल, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, पंजाब जैसे कई राज्य इस सेवा की मदद ले रहे हैं।
कोविड19 सावधान सेवा: मोबाइल फोनधारकों को कोरोना पीड़ित के बारे में मैसेज देकर सूचित करना
सी-डॉट की तरफ से दूसरी सेवा कोविड19 सावधान विकसित की गई है। इसके तहत एक खास इलाके में मोबाइल फोनधारकों को कोरोना पीड़ित के बारे में मैसेज देकर सूचित किया जा सकता है। इसके तहत आधे या एक किलोमीटर के रेंज में रहने वाले सभी फोनधारकों को यह बताया जा सकता है कि उनके इलाके में कोरोना संक्रमित मरीज है।