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Covid-19 की फर्जी नेगेटिव रिपोर्ट बेच रहे हैं कई आपराधिक ग्रुप, Europol ने किया सावधान

यूरोपोल ने अपने ईयू के सदस्‍य देशों समेत समूचे विश्‍व को आगाह करते हुए कहा है कि संगठित अपराध करने वाले कुछ ग्रुप कोरोना महामारी की फर्जी नेगेटिव रिपोर्ट बेच कर यात्रियों को दूसरे देशों में भेज रहे हैं।

By Kamal VermaEdited By: Published: Tue, 02 Feb 2021 03:22 PM (IST)Updated: Tue, 02 Feb 2021 03:22 PM (IST)
Covid-19 की फर्जी नेगेटिव रिपोर्ट बेच रहे हैं कई आपराधिक ग्रुप, Europol ने किया सावधान
फर्जी नेगेटिव रिपोर्ट बेचने वालों से यूरोपोल ने किया सावधान

नई दिल्‍ली (जेएनएन)। यूरोपोल मतलब यूरोपियन यूनियन एजेंसी फॉर लॉ एनफोर्समेंट कॉपरेशन ने यूरापीय संघ में शामिल सभी देशों को इस बात की चेतावनी दी है कि संगठित अपराध को अंजाम देने वाले कुछ आपराधिक ग्रुप कोविड-19 की झूठी नेगेटिव जांच रिपोर्ट बेच रहे हैं। ऐसा करके वो उन लोगों से पैसा कमा रहे हैं जो अन्‍य देशों में जाने की इच्‍छा रखते हैं और जिनके पास में कोविड-19 की नेगेटिव रिपोर्ट या तो नहीं है या फिर वो जांच कराने से बचना चाहते हैं। नीदरलैंड स्थित यूरोपोल के हैडक्‍वार्टर की तरफ से जारी एक प्रेस रिलीज में सभी देशों से ऐसे लोगों और इस तरह के आपराधिक ग्रुप से होशियार रहने के बारे में चेतावनी जारी की है।

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आपको बता दें कि यूरोप के कई देशों में कोरोना की दूसरी और तीसरी लहर के दौरान संक्रमितों की संख्‍या में काफी तेजी आई है। इसको देखते हुए यूरोप के कई देशों ने जहां लॉकडाउन घोषित किया हुआ है वहीं कुछ ने अपनी सीमाओं को सील तक करने का फैसला लिया है। वहीं जहां पर अन्‍य देशों से विमान सेवा चालू भी है या जमीनी सीमाएं खुली हैं तो भी यहां से आने वालों को कोविड-19 की नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी बेहद जरूरी है। यूरोपोल ने एक प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा है कि इस तरह के संगठित अपराध करने वाले आपराधिक ग्रुप इस अवसर का फायदा अपनी जेब भरने के लिए कर रहे हैं। जाली कोविड-19 की नेगेटिव रिपोर्ट के आधार पर वो दूसरे देशों में प्रवेश कर सकते हैं जो इसकी रोकथाम पर ब्रेक लगा सकता है।

इस प्रेस रिलीज में उन मामलों का भी जिक्र किया गया है जो हाल ही में सामने आए हैं। इसके मुताबिक इसी तरह की जाली कोविड-19 की नेगेटिव रिपोर्ट पर सफर करने वाले एक पैसेंजर को पेरिस के एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया। इसके अलावा ब्रिटेन में एक व्‍यक्ति को ऐसी जाली रिपोर्ट को बेचते हुए पकड़ा गया जो 100 पाउंड में इसे ग्राहक को बेच रहा था। भारतीय करेंसी में इसकी कीमत करीब दस हजार रुपये हैं। इसी तरह से दिसंबर 2020 में स्‍पेनिश नेशनल पुलिस ने 40 यूरो (3500 रुपये) में एक फर्जी कोविड-19 नेगेटिव रिपोर्ट बेचने वाले को पकड़ा था।

यूरोपोल को इस बात की भी जानकारी मिली है कि इस तरह के आपराधिक ग्रुप इसके लिए मोबाइल एप का इस्‍तेमाल कर रहे हैं। इसके मुताबिक ये आपराधिक ग्रुप एकदम असली दिखाई देने वाली फर्जी नेगेटिव रिपोर्ट को बनाने के लिए बेहतर हाईक्‍लास प्रिंटर का इस्‍तेमाल कर रहे हैं। प्रेस रिलीज में ये भी कहा गया है कि यदि किसी को भी इस तरह का कोई व्‍यक्ति मिलता है जो इस तरह की गतिविधियों में लिप्‍त है तो उसकी जानकारी जरूर शेयर करें, जिससे उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सके।


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