हिंद प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा सहयोग बढ़ाने को उत्सुक है EU, अदन की खाड़ी में भारत के साथ संयुक्त नौसेना अभ्यास
अदन की खाड़ी में दो दिनों तक यूरोपीय संघ और भारत का संयुक्त नौसेना अभ्यास किया गया। यूरोपीय संघ ने कहा है कि दोनों पक्ष हिंद प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा को लेकर सहयोग बढ़ाने को उत्सुक हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। 18-19 जून को अदन की खाड़ी (Gulf of Aden) में यूरोपीय संघ (European Union) और भारत (India) ने मिलकर संयुक्त नौसेना अभ्यास (joint naval exercise) किया। इस अभ्यास के दौरान क्रॉस डेक हेलीकॉप्टर लैंडिंग , रात को संयुक्त पेट्रोलिंग व सोमालिया के तट पर नौसेना परेड भी किया गया।
यूरोपीय संघ ने कहा है कि दोनों पक्ष हिंद प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा को लेकर सहयोग बढ़ाने को उत्सुक हैं। यूरोपीय संघ और भारत द्वारा परिचालन संबंधित क्षमता बेहतर करने और महत्वपूर्ण समुद्री मार्ग में शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए 18-19 जून को अदन की खाड़ी में संयुक्त नौसेना अभ्यास के बाद यह बयान आया है। इस साल जनवरी में 27 देशों के समूह यूरोपीय संघ और भारत ने समुद्री सुरक्षा पर वार्ता की थी और इस क्षेत्र में दोनों पक्षों के बीच सहयोग प्रगाढ़ करने पर सहमति बनी थी।
European Union & India conducted a joint naval exercise in the Gulf of Aden on 18-19 June
The exercise was based on scenario of an anti-piracy operation. It included cross-deck helicopter landings,a night-time joint patrol&a naval parade in the high seas off the coast of Somalia pic.twitter.com/GRc9PIimaL
— ANI (@ANI) June 22, 2021
EU ने कहा कि दोनों पक्ष समुद्र के कानून पर संयुक्त राष्ट्र संधि (यूएनसीएलओएस) समेत अंतरराष्ट्रीय कानून को मानते हैं। भारत के रक्षा मंत्रालय की ओर से भी ऐसा ही बयान जारी किया गया है। चीन की बढ़ती सैन्य ताकत के मद्देनजर इन दिनों हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उभरती स्थिति प्रमुख वैश्विक शक्तियों के बीच महत्वपूर्ण चर्चा का विषय है। प्रमुख चर्चा का विषय बन गयी है। भारतीय नौसेना और यूरोपीय संघ के नौसैन्य बल (ईयूएनएवीएफओआर) के बीच दो दिवसीय नौसैन्य अभ्यास में कुल पांच युद्धपोतों की भागीदारी हुई।
बड़े आर्थिक महत्व वाली अदन की खाड़ी हिंद महासागर के अरब सागर का हिस्सा है। यहां भारतीय नौसेना ने अभ्यास में अपने युद्धपोत आईएनएस त्रिकंद को तैनात किया। यूरोपियन यूनिसन नेवल फोर्स सोमालिया (ईयूएनएवीएफओआर) सोमालिया के तट पर यूरोपीय संघ का समुद्री डकैतों के खिलाफ मिशन है। इसके अलावा इटली, स्पेन व फ्रांस के पोत भी नौसेना अभ्यास में शामिल हैं। फ्रांस ने अपने दो युद्धपोत भेजे हैं।