छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन के ओएसडी बिसेन की पत्नी की नियुक्ति की जांच करेगा ईओडब्ल्यू
सामान्य प्रशासन विभाग ने ईओडब्ल्यू के एडीजी जीपी सिंह को लिखे पत्र में इस बात का उल्लेख किया गया है कि प्रभाव के दम पर की गई इस अनियमित नियुक्ति से शासन को आर्थिक क्षति हुई है।
रायपुर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के ओएसडी रहे अरुण बिसेन की पत्नी जागेश्वरी बिसेन की नया रायपुर विकास प्राधिकरण (एनआरडीए) में हुई अनियमित नियुक्ति की जांच का जिम्मा आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) को सौंपा गया है।
अनियमित नियुक्ति से शासन को हुई आर्थिक क्षति
सामान्य प्रशासन विभाग ने ईओडब्ल्यू के एडीजी जीपी सिंह को लिखे पत्र में इस बात का उल्लेख किया गया है कि प्रभाव के दम पर की गई इस अनियमित नियुक्ति से शासन को आर्थिक क्षति हुई है। एनआरडीए में जागेश्वरी की नियुक्ति गलत तरीके से होने की शिकायत एक साल पहले कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने की थी। तिवारी ने आरोप लगाया था कि योग्यता के बिना बिसेन को एक लाख रुपये प्रति माह वेतन पर नियुक्ति दी गई। सरकार की ओर से जांच का आदेश होने के बाद तिवारी ने कहा कि आइएएस अधिकारी बिसेन को बचाने के लिए लीपापोती हो रही है।
अधिकारियों को बचाने के लिए जांच में किया जा रहा विलंब
तिवारी ने कहा कि अधिकारी आज भी सरकार को गुमराह कर रहे है। एक साल पहले की शिकायत में लीपापोती और अपने कुनबे के अधिकारियों को बचाने के लिए जांच में विलंब किया जा रहा है। अभी तक तो जांच करके नियुक्ति देने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए थी।