वीवीआइपी हेलीकॉप्टर मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने जांच अधिकारी को हटाया
मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ के भांजे और मामले में एक आरोपी रतुल पुरी के जुलाई में एजेंसी के कार्यालय से गायब होने के बाद अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
नई दिल्ली, प्रेट्र। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआइपी हेलीकॉप्टर मनी लांड्रिंग मामले में अपने जांच अधिकारी को हटा दिया है। यह कदम जांच में हुई चूक के कारण उठाया गया है। अधिकृत सूत्र ने बुधवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे और मामले में एक आरोपी रतुल पुरी के जुलाई में एजेंसी के कार्यालय से गायब होने के बाद अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। यह घटना तब हुई थी जब पुरी मामले में पूछताछ के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।
आयकर विभाग से ED में आए थे अधिकारी
सूत्रों ने बताया कि अधिकारी को 3600 करोड़ रुपये के कथित मनी लांड्रिंग मामले में जांच से हटा दिया गया और उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया कि कैसे यह चूक हुई। पुरी ने घटना (26 जुलाई) के अगले दिन अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया था। अधिकारी आयकर विभाग से प्रतिनियुक्ति पर ED में आए थे।
सूत्रों ने बताया कि घटना के कारण इस संवेदनशील मामले की जांच में देरी हुई। उन्होंने बताया कि एक नए जांच अधिकारी को नियुक्त किया गया है। कथित बैंक जालसाजी से जुड़े मनी लांड्रिंग के एक मामले में पुरी को एजेंसी ने हाल में गिरफ्तार किया था।
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