Move to Jagran APP

केरल सोना तस्करी मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने एम शिवशंकर से की लंबी पूछताछ

मुख्यमंत्री के पूर्व प्रमुख सचिव एम शिवशंकर से 11 घंटे तक पूछताछ की। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाल ही में विशेष न्यायालय में चार्जशीट दाखिल करते हुए कहा था कि सोना तस्करी मामले में शिवशंकर एक अहम कड़ी हैं।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Sun, 11 Oct 2020 07:15 PM (IST)Updated: Sun, 11 Oct 2020 07:15 PM (IST)
केरल सोना तस्करी मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने एम शिवशंकर से की लंबी पूछताछ
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के पूर्व प्रमुख सचिव हैं एम शिवशंकर।

कोच्चि, एएनआइ। Kerala Gold Smuggling Case: केरल सोना तस्करी मामले में कस्टम विभाग ने शनिवार को मुख्यमंत्री के पूर्व प्रमुख सचिव एम शिवशंकर से 11 घंटे तक पूछताछ की। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाल ही में विशेष न्यायालय में चार्जशीट दाखिल करते हुए कहा था कि सोना तस्करी मामले में शिवशंकर एक अहम कड़ी हैं। इसलिए, उनसे पूछताछ जरूरी है।

loksabha election banner

भाजपा समेत कई विपक्षी दल केरल सरकार के खिलाफ खोले हुए हैं मोर्चा

बता दें कि राजनयिक सामान के साथ 30 किलोग्राम सोना तिरुअनंतपुरम हवाई अड्डे से बरामद किया गया था। इस मामले में मुख्य आरोपित स्वप्ना सुरेश सहित कई लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में आतंकी कनेक्शन सामने आने के बाद इसकी जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) भी कर रही है। इस मुद्दे को लेकर भाजपा सहित कई अन्य विपक्षी दल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।

स्वप्ना सुरेश के लिए लॉकर खुलवाने की गई व्यवस्था

ईडी तस्करी के मामले में मनी ट्रेल की जांच में जुटी है। ईडी ने कहा है कि शिवशंकर की गहन जांच जरूरी है, क्योंकि उसी ने स्वप्ना सुरेश के लिए लॉकर खुलवाने की व्यवस्था की थी। राष्ट्रीयकृत बैंक में लॉकर का इस्तेमाल स्वप्ना तस्करी से हुए लाभ को छिपाने के लिए किया करती थी। स्वप्ना, सरित पीएस और संदीप नायर समेत तीन आरोपितों के खिलाफ पीएमएलए मामले को लेकर विशेष कोर्ट में दाखिल अंतरिम आरोपपत्र में ईडी ने यह जानकारी दी है।

पिनराई विजयन से छह बार मिली थी स्वप्ना सुरेश

केरल के सोना तस्करी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विशेष अदालत में अंतरिम आरोप पत्र दाखिल किया। इसके मुताबिक मामले की मुख्य आरोपित स्वप्ना सुरेश ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से छह बार मुलाकात की थी और वह उसकी नियुक्ति के बारे में जानते थे। यह तथ्य सामने आने के बाद भाजपा और कांग्रेस ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.