अवैध ग्रेनाइट खनन मामले में पूर्व मंत्री एमके अलागिरी के बेटे अलागिरी दयानिधि की 40 करोड़ की संपत्ति अटैच
Granite Mining Scam प्रवर्तन निदेशालय ने अवैध ग्रेनाइट खनन के मामले में पूर्व रसायन और उर्वरक मंत्री एमके अलागिरी के बेटे अलागिरी दयानिधि की 40 करोड़ की संपत्ति अटैच कर ली है।
नई दिल्ली, एएनआई। Granite Mining Scam प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने अवैध ग्रेनाइट खनन के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत पूर्व रसायन और उर्वरक मंत्री एमके अलागिरी (MK Alagiri) के बेटे अलागिरी दयानिधि (Alagiri Dhayanidhi) की 40 करोड़ की संपत्तियांं अटैच कर ली है। एक प्रेस विज्ञप्ति में ईडी ने कहा है कि उसने धन शोधन रोकथाम (पीएमएलए) के तहत एक जांच शुरू की थी जिसमें ओलंपस ग्रेनाइट्स प्राइवेट लिमिटेड और उसके शेयरधारकों एस. नागराजन व अलीगिरी दयानिधि की 40.34 करोड़ की 25 चल और अचल संपत्तियां जब्त की गई हैं।
केंद्रीय वित्त जांच एजेंसी ने यह कदम मदुरै में ओलंपस ग्रेनाइट्स प्राइवेट लिमिटेड और उसके प्रमोटरों के खिलाफ तमिलनाडु पुलिस की एफआईआर और उसके बाद दाखिल चार्जशीट के बाद उठाया है। आधिकारिक बयान के मुताबिक, एस. नागराजन और अलागिरी दयानिधि, ओलंपस ग्रेनाइट्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रोमोटर, शेयरधारक और निदेशक हैं। ईडी ने कहा है कि एस. नागराजन और अलागिरी दयानिधि समेत अन्य आरोपियों ने कथित तौर पर अवैध खनन गतिविधियों के द्वारा सरकार को भारी नुकसान पहुंचाया।
बता दें कि इससे पहले साल 2017 में तमिलनाडु पुलिस ने अवैध ग्रेनाइट खनन के एक मामले में मदुरै की अदालत में डीएमके प्रमुख एम. करुणानिधि के पोते और पूर्व केंद्रीय मंत्री एमके अलागिरी के बेटे दुरई दयानिधि एवं अन्य 14 के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। तब 5,191 पन्नों की चार्जशीट में पुलिस ने कहा था कि मदुरै जिले में आरोपियों ने 257 करोड़ रुपये के अवैध ग्रेनाइट खनन को अंजाम दिया जिससे सरकार को भारी नुकसान पहुंचा।