Move to Jagran APP

Electricity Crisis: कई राज्‍यों में फ‍िर गहरा सकता है बिजली संकट, IEX ने कई राज्यों को पावर एक्सचेंज से किया वंचित

आने वाले दिनों में कई राज्‍यों में बिजली संकट गहरा सकता है। इंडियन एनर्जी एक्सचेंज यानी आइइएक्स ने गुरुवार आधी रात से कई राज्‍यों को पावर एक्सचेंजों में बिजली का सौदा करने से मना कर दिया है। जानें क्‍या है इसकी वजह...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 18 Aug 2022 07:19 PM (IST)Updated: Thu, 18 Aug 2022 11:38 PM (IST)
Electricity Crisis: कई राज्‍यों में फ‍िर गहरा सकता है बिजली संकट, IEX ने कई राज्यों को पावर एक्सचेंज से किया वंचित
कई राज्यों को आने वाले दिनों में भारी बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। देश के कम से कम दर्जन भर राज्यों को आने वाले दिनों में भारी बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है। वजह यह है कि इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (आइइएक्स) ने छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, बिहार, कर्नाटक, मणिपुर, मिजोर, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश पर गुरुवार आधी रात से पावर एक्सचेंजों में बिजली का सौदा करने से मना कर दिया है। इसकी वजह बताते हुए आइइएक्स ने बताया कि इन राज्यों ने बिजली संयंत्रों को समय पर बकाये का भुगतान नहीं किया।

loksabha election banner

पावर ड्रेटिंग करने से रोक लगाई

आइइएक्स का कहना है कि उसने सरकार के नए निर्देशों के मुताबिक कानून सम्मत कदम उठाया है। हालांकि राज्यों के साथ मुद्दे को सुलझाने को लेकर बातचीत हो रही है। पहले भी एक-दो राज्यों की तरफ से देर से भुगतान किए जाने का संज्ञान लेते हुए आइइएक्स ने उन्हें पावर ड्रेटिंग करने से रोक लगाई है लेकिन यह पहली बार जब एक साथ दर्जन भर से ज्यादा राज्यों पर रोक लगाई गई है।

पीपीए के जरिये पूरी होती अधिकांश बिजली की मांग

राज्य को दो तरह से बिजली मिलती है। एक तो वह बिजली संयंत्रों के साथ बिजली खरीद का समझौता (पावर परचेज एग्रीमेंट) करते हैं। राज्यों की अधिकांश बिजली की मांग इससे ही पूरी होती है। हालांकि रोजाना की खपत और मांग में अंतर को देखते हुए ये राज्य पावर एक्सचेंज से बिजली खरीदते हैं।

नहीं किया बिजली का भुगतान 

राज्यों की तरफ से बिजली संयंत्रों को समय पर बकाये का भुगतान करने का मुद्दा आजकल सुर्खियों में हैं। हाल ही में पीएम नरेन्द्र मोदी ने इस मुद्दे को उठाया था। केंद्र सरकार के केंद्रीय बिजली नियमन, 2022 के तहत उक्त कदम उठाए गए हैं। बताया जा रहा है कि कुछ राज्यों ने तो बिजली संयंत्रों को पिछले सात महीने से खरीदी गई बिजली का भुगतान नहीं किया है।

शेयर बाजार में आइइएक्स के शेयर गिरे

आइइएक्स एक स्वायत्त कंपनी है, जो स्वचालित तरीके से बिजली उपलब्ध कराती है। यह देश के दोनों शेयर बाजार बीएसई व एनएसई में सूचीबद्ध भी है। गुरुवार को जो फैसला हुआ है उसकी वजह से शेयर बाजार में उसके शेयरों की कीमत काफी गिर गई।

ज्‍यादा बिजली खरीदते हैं दक्षिण के राज्‍य 

पावर एक्सचेंज से दक्षिण के राज्य ज्यादा बिजली खरीदते हैं। आंध्र प्रदेश, तमिनलाडु, तेलंगाना, कर्नाटक पावर एक्सचेंज से होने वाली बिजली की खरीद बिक्री का 50 प्रतिशत हिस्सा रखते हैं। ऐसे में जब ये राज्य बिजली नहीं खरीदेंगे तो इसका असर आइइएक्स पर भी होगा। हालांकि इससे भी बड़ा खतरा यह है कि राज्यों को अतिरिक्त बिजली नहीं मिलने से वहां के आम जनता और उद्योग जगत को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.