Remote Voting: सैकड़ों मील दूर से चुन सकेंगे अपना प्रतिनिधि, अपने मतदान क्षेत्र से बाहर रहने वालों को होगी सुविधा
इसी साल पद छोड़ने वाले पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा 2024 के लोकसभा चुनाव में सुदूर निर्वाचन की संभावना जता चुके हैं। उसमें लोग देश में कहीं पर भी रहकर अपने मूल निवास का प्रतिनिधि चुन सकेंगे।
नई दिल्ली, प्रेट्र। संसद की स्थायी समिति जल्द ही चुनाव आयोग के उच्च अधिकारी को बुलाकर उनसे चुनाव सुधारों के संबंध में जानकारी प्राप्त करेगी। समिति जिन मसलों पर जानकारी प्राप्त करेगी, वे सुदूर इलाकों में मतदान की व्यवस्था, मतदाता पहचान पत्र से आधार कार्ड के जुड़ाव और सभी चुनावों के लिए एक मतदाता सूची से संबंधित होंगे।
आधार से जुड़ा हो पहचान पत्र तो होगी आसानी
भाजपा सांसद सुशील मोदी की अध्यक्षता वाली कार्मिक, जन शिकायत, कानून और न्याय से जुड़े मामलों की संसदीय समिति ने ई-कोर्ट को और ज्यादा प्रभावी बनाने का फैसला किया है। समिति ने इस सिलसिले में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ को नियुक्त किए जाने की इच्छा जताई है। जस्टिस चंद्रचूड़ इस समय सुप्रीम कोर्ट की ई-कमेटी के प्रमुख हैं। समिति के सदस्यों के साथ बैठक करके मोदी ने फैसला किया कि चुनाव आयोग के अधिकारियों के साथ सुनिश्चित किया जाए कि जो मतदाता अपने मतदान क्षेत्र से बाहर रह रहे हैं, वे अपना वोट डाल पाएं। इस सिलसिले में अगर उनका मतदाता पहचान पत्र आधार से जुड़ा हो तो इस कार्य में आसानी हो जाएगी।
2024 लोकसभा चुनाव में सुदूर निर्वाचन की संभावना
अपने विधानसभा या लोकसभा क्षेत्र बाहर रहने वाले मतदाता मूल स्थान पर जाए बगैर आम चुनाव में मतदान कर पाएंगे। जन्मस्थान से बाहर जाकर कार्य कर रहे करोड़ों लोगों को इससे मतदान की सुविधा मिल सकेगी। चुनाव आयोग के अधिकारियों के साथ यह बैठक इसी महीने होने की संभावना है। इसी साल पद छोड़ने वाले पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा 2024 के लोकसभा चुनाव में सुदूर निर्वाचन की संभावना जता चुके हैं। उसमें लोग देश में कहीं पर भी रहकर अपने मूल निवास का प्रतिनिधि चुन सकेंगे।
इस रिमोट वोटिंग तकनीक के लिए पहले ही पूर्व वरिष्ठ उप चुनाव आयुक्त संदीप सक्सेना ने साफ कर दिया था कि ब्लाकचेन तकनीक पर आधारित इस परियोजना का इस्तेमाल करने के लिए वोटरों को पूर्व निर्धारित समयावधि के दौरान निर्दिष्ट स्थान पर पहुंचना होगा।