मुंबई में 80 लाख की चोरी कर 'पाप धोने' पहुंचा मथुरा, पुलिस ने किया गिरफ्तार
रमेश ने भंडारे में आने वाले लोगों को 2-2 हजार रुपये बांटे थे। इसके अलावा भी उन्होंन कृष्ण भक्तों पर लाखों रुपये खर्च किए। ऐसे में रमेश के बारे में बातें होने लगीं।
आगरा, जेएनएन। दक्षिण मुंबई के भुलेश्वर की कोरियर कंपनी में काम करने वाला रमेश रावत ने 80 लाख रुपये चुराए और भाग गया। लेकिन चोरी करने के बाद रमेश को लगा कि उनसे गलत काम किया है और वह अपने पाप का प्रायश्चित करने के लिए मथुरा के एक मंदिर पहुंच गया। यहां उसने इतना शानदार भंडारा कराया कि पुलिस के रडार में आ गया। मथुरा और मुंबई पुलिस के ज्वॉइंट ऑपरेशन के दौरान रमेश को वृंदावन से गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से लाखों रुपये का सामान और नगदी भी बरामद की गई है।
दरअसल, गुजरात का रहने वाला रमेश पिछले दो साल से मुंबई की एक कोरियर कंपनी में काम कर रहा था। रमेश 7 अप्रैल को कोरियर कंपनी से 80 लाख रुपये लेकर भागा था। लगभग 20 दिन बाद वह मथुरा के एक मंदिर में पहुंचा। यहां रमेश लाखों रुपये दान कर रहा था। ये देखकर पुलिस को कुछ शक हुआ। रमेश ने यहां मंदिर में एक शानदार भंडारा कराया, जिसमें लगभग 8 लाख रुपये का खर्च आया। लगभग इतने ही पैसे उन्होंने मंदिर में दान दिए।
रमेश ने भंडारे में आने वाले लोगों को 2-2 हजार रुपये बांटे थे। इसके अलावा भी उन्होंन कृष्ण भक्तों पर लाखों रुपये खर्च किए। ऐसे में रमेश के बारे में बातें होने लगीं। इसके बाद ही रमेश पुलिस की रडार पर आ गया। पुलिस ने जांच करनी शुरू की कि ये नया दानवीर कौन आ गया है, जो लाखों रुपये दान-धर्म में लुटा रहा है।
पुलिस के सूत्रों ने बताया कि रमेश चोरी करने के बाद सीधे कोलकाता पहुंचा था, जहां उसने कुछ दिन बिताए। इसके बाद वह बेंगलुरु चला गया, जहां वह एक फाइव स्टार होटल में कुछ दिनों के लिए रुका। इस दौरान उसने एक नया सिम कार्ड लेकर अपने घरवालों को फोन किया। रमेश से यहीं बड़ी गलती हो गई, क्योंकि पुलिस की घरवालों के फोन नंबर पर पूरी नजर थी। ऐसे में पुलिस को पता चल गया कि रमेश मथुरा में है। इसके बाद मथुरा पुलिस के साथ एक टीम बनाई गई और रमेश को धर लिया गया। रमेश के पास से 5 एप्पल आइफोन, 10 लाख रुपये नगद और 120 ग्राम सोना बरामद हुआ है।