राम रहीम के आर्थिक साम्राज्य के पाई-पाई का हिसाब करेगा ईडी
हाईकोर्ट ने ईडी और आयकर विभाग को डेरा की संपत्तियों की जांच करने का आदेश दिया था।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। जेल जाने के बाद राम रहीम के आर्थिक साम्राज्य पर भी मुसीबत के बादल मंडराने लगे हैं। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राम रहीम के आर्थिक साम्राज्य के पाई-पाई का हिसाब जोड़ना शुरू कर दिया है। ईडी न सिर्फ मनी लांड्रिंग रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत काली कमाई का हिसाब करेगा, बल्कि विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून (फेमा) के तहत विदेशों से डेरा को मिले पैसों की भी जांच करेगा। गौरतलब है कि हाईकोर्ट ने ईडी और आयकर विभाग को डेरा की संपत्तियों की जांच करने का आदेश दिया था।
ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक इस मामले की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है। इसके लिए हरियाणा सरकार से डेरा की संपत्तियों से जुड़े कागजात मंगाए जा रहे हैं। इसके साथ ही डेरा के बैंक खातों और लेन-देन के सारे दस्तावेज जुटाने का काम शुरू हो गया है। एक बार सारे दस्तावेज मिल जाने के बाद पीएमएलए और फेमा के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू की जाएगी।
जांच के दायरे के बारे में पूछे जाने पर वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि डेरा के पास हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति कहां से आई। कहीं यह कालेधन से तो नहीं बनाई गई थी। यदि कालेधन से इन संपत्तियों को बनाने के सबूत मिले तो पीएमएलए के तहत उन्हें जब्त किया जा सकता है। इसके साथ ही राम-रहीम ने अपने खातों में दिखाया था कि उसे विदेशों से दान के रूप में काफी धन मिला है। फेमा के तहत इस धन के स्त्रोत की जांच की जाएगी और यह पता लगाया जाएगा कि कहीं विदेश से कालेधन को भारत लाकर सफेद तो नहीं किया जा रहा था।
इसके साथ ही राम रहीम के फिल्मों की फंडिंग भी जांच के दायरे में होगी। दरअसल राम रहीम करोड़ों की लागत से फिल्म बनाता था और फिर उसे खुद के खर्च पर सिनेमा घरों में शो भी लगवाता था। यही नहीं, खुद ही टिकट खरीदकर अपने समर्थकों को देखने के लिए सिनेमा घरों तक भेजता था। जाहिर है इसमें करोड़ों रुपए का खर्च होता होगा। ईडी यह पता लगाने की कोशिश करेगा कि फिल्मों में लगाए गए इस पैसे का स्त्रोत क्या था और इसके लिए कहीं कालेधन का इस्तेमाल तो नहीं किया गया था।