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ऑनलाइन सट्टेबाजी से जुड़ी वेबसाइट पर ED की छापेमारी, करोड़ों की संपत्ति जब्त

ईडी ने मंगलवार को कहा कि आइपीएल क्रिकेट मैचों का अवैध रूप से प्रसारण करने के अलावा 2024 के लोकसभा चुनाव परिणामों पर ऑनलाइन सट्टेबाजी करने में कथित रूप से लिप्त रही एक वेबसाइट फेयरप्ले के विरुद्ध उसने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फिर छापेमारी की है। इस मामले में ईडी ने नवीनतम कार्रवाई समेत जून से अब तक तीन बार छापेमारी की है।

By Agency Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Tue, 29 Oct 2024 08:23 PM (IST)
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सट्टेबाजी से जुड़ी वेबसाइट पर ED की छापेमारी
नई दिल्ली, पीटीआई : ईडी ने मंगलवार को कहा कि आइपीएल क्रिकेट मैचों का अवैध रूप से प्रसारण करने के अलावा 2024 के लोकसभा चुनाव परिणामों पर ऑनलाइन सट्टेबाजी करने में कथित रूप से लिप्त रही एक वेबसाइट 'फेयरप्ले' के विरुद्ध उसने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फिर छापेमारी की है। इस मामले में ईडी ने नवीनतम कार्रवाई समेत जून से अब तक तीन बार छापेमारी की है और 117 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की हैं या उन्हें फ्रीज कर दिया है।

ईडी ने एक बयान में बताया कि मुंबई और कच्छ में 25 अक्टूबर को की गई छापेमारी में अभियोजन योग्य दस्तावेजों, डिजिटल उपकरणों और अचल संपत्ति से संबंधित कागजात के अलावा नकदी, बैंक जमा एवं चार करोड़ रुपये की चांदी के छड़ें जब्त की गई हैं।

कहां से सामने आया मनी लॉन्ड्रिंग का मामला?

जांच एजेंसी ने कहा कि 'फेयरप्ले' को तकनीकी और वित्तीय प्रबंधन में सहयोग करने वाले लोगों के विरुद्ध यह कार्रवाई की गई है। मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला मुंबई पुलिस की साइबर अपराध शाखा की तरफ से दर्ज की गई एक प्राथमिकी पर आधारित है।

क्या कहा ED ने?

'वायकाम 18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड' ने 'फेयरप्ले स्पोर्ट एलएलसी' के विरुद्ध 100 करोड़ रुपये से अधिक के राजस्व का नुकसान पहुंचाने की शिकायत की थी जिसके आधार पर यह प्राथमिकी दर्ज की गई थी। ईडी ने कहा, जांच से पता चलता है कि फेयरप्ले के पीछे मुख्य रूप से कृष लक्ष्मीचंद शाह नामक व्यक्ति है और उसने वेबसाइट के संचालन के लिए कुराकाओ (दक्षिणी कैरेबियन सागर में एक द्वीप देश) में प्ले वेंचर्स एनवी और डच एंटिलीज मैनेजमेंट एनवी, दुबई में फेयर प्ले स्पोर्ट एलएलसी, फेयरप्ले मैनेजमेंट डीएमसीसी और माल्टा में प्ले वेंचर्स होल्डिंग लिमिटेड जैसी विभिन्न कंपनियों को रजिस्टर्ड कराया है।

 कहां से किया जा रहा फेयरप्ले का संचालन?

फेयरप्ले का संचालन दुबई से किया जा रहा है। जांच एजेंसी ने कहा, 'तलाशी के दौरान जब्त किए गए दस्तावेज से पता चलता है कि इसमें शामिल लोगों ने भारत में महंगी चल-अचल संपत्तियां खरीदी हैं और इनका मूल्य 100 करोड़ रुपये से अधिक है।'