ईडी ने लश्कर ए तैयबा के सरगना हाफिज सईद समेत अन्य के खिलाफ दाखिल किया आरोपपत्र
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने दावा किया कि मुहम्मद सलमान पाकिस्तानी संगठन फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआइएफ) संचालकों और उसके साथियों से हवाला के जरिये धन प्राप्त करने में शामिल पाया गया था। एफआइएफ को संयुक्त राष्ट्र ने मार्च 2012 में आतंकी संगठन घोषित किया था।
नई दिल्ली, प्रेट्र। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को कहा कि उसने लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद, उसके एक पाकिस्तानी मददगार, दिल्ली के एक हवाला कारोबारी और अन्य लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। आतंकी फंडिंग से जुड़ी मनी लांड्रिंग की जांच के सिलसिले में यह आरोपपत्र दाखिल किया गया है।
आतंकी फंडिंग से जुड़ी मनी लांड्रिंग की जांच के सिलसिले में हुई कार्रवाई
पाकिस्तानी संगठन फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआइएफ) और आरोपितों के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की शिकायत के आधार पर यह मामला दर्ज किया गया था। ईडी ने एक बयान में कहा, भारतीय नागरिक मुहम्मद सलमान, हाफिज मुहम्मद सईद (लश्कर-ए-तैयबा, जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन का संस्थापक), उसके सहायक शाहिद महमूद, दुबई में रहने वाले पाकिस्तानी नागरिक मुहम्मद कामरान और दिल्ली के हवाला कारोबारी मुहम्मद सलीम उर्फ मामा के खिलाफ मनी लांड्रिंग निवारण अधिनियम के तहत आरोपपत्र दाखिल किया गया है।
एनआइए की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था मामला
एजेंसी ने दावा किया कि मुहम्मद सलमान एफआइएफ संचालकों और उसके साथियों से हवाला के जरिये धन प्राप्त करने में शामिल पाया गया था। उसने कहा, एफआइएफ पाकिस्तान का आतंकी संगठन है। एफआइएफ को संयुक्त राष्ट्र ने मार्च 2012 में आतंकी संगठन घोषित किया था। वहीं सईद को संयुक्त राष्ट्र पहले ही वैश्विक आतंकी घोषित कर चुका है। ईडी ने कहा, लश्कर धन उगाही की कोशिश करता है और अन्य आतंकी गतिविधियों के लिए एफआइएफ के माध्यम से नेटवर्क बनाता है। ईडी के अनुसार, उसकी जांच में पता चला कि धन पाकिस्तान से दुबई भेजा जाता था और उसके बाद हवाला रास्तों से भारत आता था।