Money Laundering Case में ED की बड़ी कार्रवाई, रियल्टी समूह IERO की 1300 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क
Money Laundering Case ईडी ने रियल्टी समूह IREO और उसके प्रमोटरों के खिलाफ मनी लान्ड्रिंग मामले में कार्रवाई करते हुए उनकी 1300 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क कर दी है। एजेंसी ने आरोप लगाया है कि समूह के निदेशकों ने खरीदारों को धोखा दिया है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। Money Laundering Case: प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लान्ड्रिंग जांच के तहत रियल एस्टेट समूह IREO, उसके प्रबंध निदेशक और उपाध्यक्ष ललित गोयल और संबंधित संस्थाओं की 1,317 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की है। संघीय एजेंसी ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि कुर्क संपत्तियों में भूमि, वाणिज्यिक स्थान, भूखंड, आवासीय घर और बैंक खाते शामिल हैं। इन कुर्क संपत्तियों की कुल कीमत 1,317.30 करोड़ रुपये है।
ईडी ने 30 प्राथमिकी का लिया संज्ञान
ईडी ने मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज करने के लिए गुरुग्राम, पंचकुला, लुधियाना और दिल्ली के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में समूह, उससे जुड़ी संस्थाओं, उसके निदेशकों, प्रमुख प्रबंधकीय व्यक्तियों और अन्य के खिलाफ दर्ज 30 प्राथमिकी का संज्ञान लिया।
आरोपियों ने खरीदारों को दिया धोखा
एजेंसी ने कहा, जांच में पाया गया कि आरोपियों ने कथित तौर पर फ्लैट, भूखंड, वाणिज्यिक स्थान आदि देने का वादा करके निर्दोष खरीदारों को 'धोखा' दिया। हालांकि, उन्होंने न तो परियोजनाओं को वितरित किया और न ही अपना पैसा वापस किया। कंपनी के निदेशकों ने दूसरों के साथ मिलीभगत से खरीदारों से एकत्र किए गए धन को हथिया लिया और इच्छित उद्देश्य के लिए उपयोग नहीं किया।
ये भी पढ़ें: ED Raid Chhattisgarh: IAS की पत्नी ने CM को सौंपी चिट्ठी, बोलीं- ED जांच में आपका नाम लेने का दबाव बना रही है
निदेशकों ने भारत के बाहर भेजा पैसा
ईडी ने आरोप लगाया कि निदेशकों ने भारत के बाहर इन पैसों को शेयरों, एफसीडी आदि के बाय-बैक के रूप में भेजा और संबंधित संस्थाओं / व्यक्तियों को ऋण दिया, जिन्होंने बदले में इसे देश के भीतर और बाहर विभिन्न कंपनियों की अचल संपत्तियों और शेयरों की खरीद में निवेश किया।
गोयल को पिछले साल किया गया गिरफ्तार
गोयल को इस मामले में पिछले साल नवंबर में एजेंसी ने गिरफ्तार किया था और बाद में उसने जनवरी में पंचकूला में विशेष मनी लांड्रिंग प्रिवेंशन एक्ट (पीएमएलए) अदालत के समक्ष आरोप पत्र दायर किया था।
ये भी पढ़ें: ED की जांच में आया सामने, किस बात को लेकर मानिक भट्टाचार्य और पार्थ चटर्जी के बीच छिड़ गया था विवाद