Move to Jagran APP

इक्‍वाडोर सरकार ने HAL कंपनी से रद किया ध्रुव हेलीकॉप्‍टर खरीद का सौदा!

इक्वाडोर की सरकार ने भारत सरकार के उपक्रम हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ हेलीकॉप्टर खरीद के सौदे को रद्द कर दिया है। इक्‍वाडोर सरकार ने यह कदम भारत द्वारा खरीदे गए सात में चार हेलीकॉप्‍टराें के क्रेश होने के बाद लिया है। सौदा रद करने के साथ ही सरकार

By Kamal VermaEdited By: Published: Fri, 16 Oct 2015 10:26 AM (IST)Updated: Fri, 16 Oct 2015 10:52 AM (IST)
इक्‍वाडोर सरकार ने HAL कंपनी से रद किया ध्रुव हेलीकॉप्‍टर खरीद का सौदा!

नई दिल्ली। इक्वाडोर की सरकार ने भारत सरकार के उपक्रम हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ हेलीकॉप्टर खरीद के सौदे को रद्द कर दिया है। इक्वाडोर सरकार ने यह कदम भारत द्वारा खरीदे गए सात में चार हेलीकॉप्टराें के क्रेश होने के बाद लिया है। सौदा रद करने के साथ ही सरकार ध्रुव हेलीकॉप्टरों की उड़ान पर रोक लगा दी है। भारत ने वर्ष 2009 से 2012 के बीच इक्वाडोर को सात हेलीकॉप्टर बेचे थे। हालांकि एचएएल कंपनी ने कहा है कि उन्हें अभी तक सौदा रद होने की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है।

loksabha election banner

जानकारी के मुताबिक दो दुर्घटनाओं में तो गलती पायलटों की थी। इनमें से एक हेलीकॉप्टर को राष्ट्रपति की सेवा में लगाया गया था। लेकिन जब वह दुर्घटनाग्रस्त हुआ उस वक्त उसमें राष्ट्रपति सवार नहीं थे। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक इक्वाडोर के रक्षामंत्री ने कहा है कि दो हेलीकॉप्टर तकनीकी खामियों की वजह से क्रैश हुए और उनके स्पेयर पार्ट्स भारत से मंगाने में काफी दिक्कतें आ रही हैं।

हालांकि एचएएल का कहना है कि सभी स्पेयर पार्ट्स समय पर दिए गए हैं और फिलहाल उन्हें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं दी गई है जिसमें तकनीकी खामी की कोई बात कही गई है। एचएएल का कहना है कि इक्वाडोर को हर प्रकार की मदद मुहैया कराई जा रही थी और ग्राउंड सपोर्ट भी काफी समय तक दिया गया और यह भी दुर्घटनाएं तब घटीं जब ग्राउंड सपोर्ट की हमारे करार की अवधि समाप्त हो गई।

गौरतलब है कि 200 से ज्यादा ध्रव हेलीकॉप्टर भारतीय सेना द्वारा विभिन्न कार्यों में प्रयोग में लाए जा रहे हैं। वहीं उत्तराखंड में आई तबाही के दौरान भी इन हेलीकॉप्टरों का उपयोग किया गया था। इस दौरान इन्हें 1,50,000 लाख घंटों तक उड़ाया भी गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.