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बरैया के विवादित बोल पर चुनाव आयोग सख्त, दतिया कलेक्टर से मांगी रिपोर्ट

प्रदेश भाजपा ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में बरैया के बयान को सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाला करार देते हुए सख्त कार्रवाई करने की मांग की थी। इस पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने दतिया कलेक्टर से पूरी रिपोर्ट मांगी है।

By Manish PandeyEdited By: Published: Tue, 13 Oct 2020 09:57 AM (IST)Updated: Tue, 13 Oct 2020 09:57 AM (IST)
बरैया के विवादित बोल पर चुनाव आयोग सख्त, दतिया कलेक्टर से मांगी रिपोर्ट
बरैया के विवादित बोल पर आयोग ने दतिया कलेक्टर से मांगी रिपोर्ट।

भोपाल, जेएनएन। मध्य प्रदेश से कांग्रेस प्रत्याशी फूल सिंह बरैया के सोशल मीडिया में वायरल हुए सवर्ण समाज के खिलाफ टिप्पणी वाले वीडियो पर चुनाव आयोग ने दतिया कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी है। प्रदेश भाजपा ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में बरैया के बयान को सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाला करार देते हुए सख्त कार्रवाई करने की मांग की थी। वहीं, इस मुद्दे को उठाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अजय दुबे ने सोमवार को फिर चुनाव आयोग और पुलिस महानिदेशक से शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है। साथ ही यह भी कहा कि वे न्यायालय में याचिका दायर करेंगे।

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बरैया के बयान सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहे हैं। अनुसूचित जाति वर्ग हो या फिर अल्पसंख्यक या सवर्ण समाज सभी बयान को समाज को तोड़ने वाला करार दे रहे हैं। भाजपा ने चुनाव आयोग से बरैया के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। इस पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने दतिया कलेक्टर से पूरी रिपोर्ट मांगी है। संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी धरणेंद्र कुमार जैन ने बताया कि प्रक्रिया अनुसार कलेक्टर की रिपोर्ट केंद्रीय चुनाव आयोग को भेजी जाएगी और मार्गदर्शन के अनुसार आगामी कार्रवाई होगी।

उधर, सामाजिक कार्यकर्ता अजय दुबे ने बरैया के मामले में एक बार फिर चुनाव आयोग को शिकायत की है। उन्होंने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। दुबे ने बताया कि बरैया के विवादित और विभाजनकारी बयानों के वीडियो सार्वजनिक होने के 10 दिन बाद भी कोई कार्रवाई न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। इतने गंभीर मामले में पुलिस को कार्रवाई करना चाहिए। इस मामले में अब न्यायालय में याचिका दायर की जाएगी।

कानून की नजर में अपराध है ऐसे बयान देना

फूल सिंह बरैया के विवादित बोल से उपजा विवाद गहराता जा रहा है। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के जबलपुर, इंदौर और ग्वालियर से संबंध रखने वाले प्रख्यात विधिवेत्ताओं की नजर में बरैया ने देश की गंगा जमुनी जीवन पद्धति पर गहरा आघात पहुंचाया है। यह कानूनन अपराध है। यह दंगा भ़़डकाने की नियत से भ़़डकाऊ बयान देना भी अपराध की श्रेणी में आता है।


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