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जिंदगी को ज्यादा जीना है तो खाइए घर का खाना, प्रोसेस्ड खाने से बढ़ती है मौत की आशंका

यदि आप भी Packed Food या Ready To Eat Meals खाना पसंद करते हैं तो आपके लिए यह खतरनाक सौदा हो सकता है। इस तरह के खाने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Thu, 30 May 2019 11:08 AM (IST)Updated: Thu, 30 May 2019 11:31 AM (IST)
जिंदगी को ज्यादा जीना है तो खाइए घर का खाना, प्रोसेस्ड खाने से बढ़ती है मौत की आशंका
जिंदगी को ज्यादा जीना है तो खाइए घर का खाना, प्रोसेस्ड खाने से बढ़ती है मौत की आशंका

नई दिल्‍ली [जागरण स्‍पेशल]। अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ या डिब्‍बाबंद खाद्य पदार्थ आपकी सेहत के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकते हैं। इन्‍हें अल्‍ट्रा प्रोसेस्‍ड फूड भी कहा जाता है। इसमें रेडी टू ईट मील, फ्रिज में रखे ठंडे पेय पदार्थ और शर्करा युक्त अनाज (sugary cereals) शामिल होते हैं। लिहाजा इस तरह के खाद्य पदार्थों को पसंद करने वालों के लिए यह खबर उन्‍हें सावधान करने वाली है। दरअसल एक शोध में यह बात सामने आई है कि इस तरह के खाद्य पदार्थों से हार्ट अटैक आने की संभावना बढ़ जाती है। शोध में कहा गया है कि इस तरह के खाद्य पदार्थों का इस्‍तेमाल करने वाले कार्डियोवस्‍कुलर डिजीज (Cardiovascular Disease) का शिकार हो सकते हैं।

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शोध में कहा गया है कि इस तरह के पदार्थों का दिन में चार से अधिक बार सेवन आपकी जल्‍दी मौत को दावत दे सकता है। इसमें कहा गया है कि इस तरह के खाद्य पदार्थों को अधिक दिन तक सही रखने के लिए इसमें प्रिजरवेटिव और स्‍वीटनर्स का इस्‍तेमाल किया जाता है। आपको यहां पर ये भी बता दें कि इस तरह के खाद्य पदार्थ ब्रिटेन में अधिक बिकते हैं।

फ्रांस में हुए इस शोध में पाया गया है कि इस तरह के खाद्य पदार्थों का इस्‍तेमाल करने वालों को हार्ट अटैक आने का खतरा करीब 12 फीसद तक बढ़ जाता है। इतना ही नहीं इन लोगों को मोटापे का खतरा (Risk of Obesity) जो सीधेतौर पर दिल की परेशानी से जुड़ा होता है, बढ़ जाता है। यही रिस्‍क भविष्‍य में प्रीमेच्‍योर डेथ (Premature Death) या जल्‍द मौत का कारण भी बनता है। इस तरह के खाद्य पदार्थों नमक के साथ सेचुरेटेड फैट (Saturated Fat) अधिक होता है। शोध में यह बात भी सामने आई है कि इस तरह के खाने के साथ हम सेहत के लिए घातक कुछ केमिकल्‍स का भी सेवन कर लेते हैं। यह न सिर्फ शरीर के लिए नुकसानदायक होते हैं बल्कि धमनियों को भी नुकसान पहुंचाते हैं।

इस शोध से सरकारों को भी इस तरह के खाद्य पदार्थों पर रोक लगाने या इन पर अत्‍यधिक कर लगाने लिए प्रेरित किया है। इसका मकसद सिर्फ इतना ही है कि इस तरह के खाद्य पदार्थों के सेवन को लेकर लेागों को जागरूक किया जाए और इन्‍हें इनके सेवन से रोका जा सके। हाईली प्रोसेस्‍ड फूड (Highly Processed Food ) को लेकर सामने आया यह शोध बीएमजे में प्रकाशित हुआ है। आस्‍ट्रेलिया की Deakin University के शोधकर्ता ने लिखा है कि यह शोध खाद्य पदार्थों की नीतियों को बनाने में सहायक साबित होगा। इस तरह के खाद्य पदार्थों से केवल हार्ट अटैक का ही खतरा नहीं है बल्कि शोध में यह भी निकलकर सामने आया है कि यह हाई ब्‍लड प्रेशर, डिप्रेशर और कैंसर को बढ़ाने में सहायक साबित हो सकता है।

आपको यहां पर बता दें कि विश्‍व में हर तीसरी मौत खराब खाने की दिल की बीमारी से जुड़ी होती है। वहीं इसकी आधी मौतों की वजह खराब खाने का सेवन होता है। इस शोध में 105,519 लोगों से उनके खाने के बारे में पांच सवाल पूछे गए थे। इसके बाद इन लोगों पर लगातार 10 वर्षों तक नजर रखी गई और जानकारी ली गई। दस वर्ष बाद जो नतीजा आया उसके आधार पर ही शोध की रिपोर्ट को तैयार किया गया। इन लोगों में से करीब 12 फीसद में कार्डियोवस्‍कुलर डिजीज (Coronary Heart Disease) का खतरा बढ़ा पाया गया। वहीं 13 फीसद में कोरोनरी हार्ट डिजीज और 11 फीसद में ब्रेन में होने वाली ब्लड सप्लाई में दिक्कत पाई गई।

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