राजस्थान में भूकंप के तगड़े झटके, दहशत में घरों से बाहर निकले लोग, 4.5 मापी गई तीव्रता
राजस्थान में सुबह 1036 बजे भूकंप के तगड़े झटके महसूस किए गए। इससे लोग डर कर घरों से बाहर निकल आए। बीकानेर में भूकंप की तिव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 मापी गई।
जयपुर, एएनआइ। राजस्थान के बीकानेर और उसके आसपास के इलाकों में रविवार को सुबह 10:36 बजे भूकंप के तगड़े झटके महसूस किए गए। भूकंप की तिव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 मापी गई। झटके का एहसास होते ही लोग घरों से बाहर निकल आए और सड़कों पर भीड़ जमा हो गई। लोगों में अफरा-तफरी का माहौल देखा गया। भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर नीचे बताया जाता है। अभी तक किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है।
Rajasthan: An earthquake with a magnitude of 4.5 on the Richter Scale hit Bikaner today at 10:36 am.
— ANI (@ANI) October 13, 2019
भूकंप के झटके बीकानेर समेत खाजूवाला, सत्तासर, छत्तरगढ़, कालासर और नुरसर समेत कई इलाकों महसूस किए गए। भूकंप के बाद लोगों ने अपने करीबियों को फोन करके हाल चाल जाना। प्रशासन ने लोगों से कहा है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें। अभी पिछले महीने ही राजस्थान के झुंझुनूं जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे जिसकी तीव्रता 3.8 दर्ज की गई थी।
पिछले महीने गुलाम कश्मीर (POK) में विनाशकारी भूकंप ने दस्तक दी थी जिसमें 38 लोगों की जान चली गई, जबकि 452 लोग घायल हो गए थे। 5.8 तीव्रता के इस भूकंप का केंद्र मीरपुर शहर के समीप सतह से 10 किलोमीटर नीचे था। भूकंप के झटके 8-10 सेकंड तक इस्लामाबाद, पेशावर, रावलपिंडी और लाहौर के प्रमुख शहरों समेत पूरे पाकिस्तान में महसूस किए गए थे। यही नहीं नई दिल्ली समेत भारत के उत्तरी हिस्सों में भी इसके झटकों को महसूस किया गया था।
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने ही इंडोनेशिया के मालुकु द्वीप में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे, जिसमें 30 लोगों की मौत हो गई थी। यही नहीं करीब 25 हजार लोगों को अपने घर-बार छोड़ने पड़े थे। भूकंप इतना तगड़ा था कि इमारतें धराशाही हो गईं और दहशतजदां लोग सड़कों पर उतर आए थे। एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप के बाद हुई भूस्खलन की घटनाओं में भी कई लोगों की मौत हो गई थी।
क्यों आ रहे हैं इतने भूकंप, नासा वैज्ञानिकों ने खोला राज
अभी हाल ही में नासा के वैज्ञानिकों ने भूकंपों के आने के कारणों की एक अनोखी वजह के बारे में बताया था। वैज्ञानिकों का कहना है कि धरती अपनी धुरी पर 1,670 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घूम रही है। अध्ययन के मुताबिक, धरती के अपनी धुरी पर घूमने की रफ्तार धीमी हो रही है। यही कारण है कि धरती से चंद्रमा धीरे धीरे दूर होता जा रहा है। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि यह घटना बड़े भूकंपों की वजह बन सकती है। पूरी रिपोर्ट पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें....
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