Move to Jagran APP

Earthquake In Nicobar Islands: निकोबार आइसलैंड में भूकंप के झटके, 4.3 रही तीव्रता

निकोबार आइसलैंड में आज भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.3 रही।

By Pooja SinghEdited By: Published: Sun, 06 Sep 2020 08:54 AM (IST)Updated: Sun, 06 Sep 2020 08:54 AM (IST)
Earthquake In Nicobar Islands: निकोबार आइसलैंड में भूकंप के झटके, 4.3 रही तीव्रता
Earthquake In Nicobar Islands: निकोबार आइसलैंड में भूकंप के झटके, 4.3 रही तीव्रता

पोर्ट ब्लेयर, एएनआइ। निकोबार आइसलैंड में आज भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.3 रही। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने इसकी जानकारी दी। बता दें कि फिलहाल इन भूकंप के झटकों में किसी भी प्रकार की नुकसान होने की कोई भी खबर अभी सामने नहीं आई है। 

loksabha election banner

इसके साथ ही आज सुबह अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.4 मापी गई। यहां झटके सुबह 7.30 बजे महसूस किए गए थे। भूकंप की पुष्टि नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने की है।

क्यों आता है भूकंप?

पृथ्वी की बाह्य परत में अचानक हलचल से उत्पन्न ऊर्जा के परिणाम स्वरूप भूकंप आता है। यह ऊर्जा पृथ्वी की सतह पर, भूकंपी तरंगें उत्पन्न करती है, जो भूमि को हिलाकर या विस्थापित कर के प्रकट होती है।

भूकंप के कारण

भूकंप प्राकृतिक घटना या मानवजनित कारणों से हो सकता है। अक्सर भूकंप भूगर्भीय दोषों के कारण आते हैं। भारी मात्रा में गैस प्रवास, पृथ्वी के भीतर मुख्यत: गहरी मीथेन, ज्वालामुखी, भूस्खलन, और नाभिकीय परिक्षण ऐसे मुख्य दोष हैं।

कैसे मापा जाता है भूकंप?

भूकंप का रिकार्ड एक सीस्मोमीटर के साथ रखा जाता है, जो सीस्मोग्राफ भी कहलाता है। भूकंप का क्षण परिमाण पारंपरिक रूप से मापा जाता है या संबंधित और अप्रचलित रिक्टर परिमाण लिया जाता है। 3 या कम परिमाण की रिक्टर तीव्रता का भूकंप अक्सर इम्परसेप्टीबल होता है और 7 रिक्टर की तीव्रता का भूकंप बड़े क्षेत्रों में गंभीर क्षति का कारण होता है। झटकों की तीव्रता का मापन विकसित मरकैली पैमाने पर किया जाता है।

प्रभाव

भूकंप से जान, माल की हानि, मूलभूत आवश्यकताओं की कमी, रोग आदि होता है। इमारतों व बांध, पुल, नाभिकीय ऊर्जा केंद्र को नुकसान पहुंचता है। भूस्खलन व हिम स्खलन होता है जो पहाड़ी व पर्वतीय इलाकों में क्षति का कारण हो सकता है। विद्युत लाइन के टूट जाने से आग लग सकती है। समुद्र के भीतर भूकंप से सुनामी आ सकता है। भूकंप से क्षतिग्रस्त बांध के कारण बाढ़ आ सकती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.